उत्तर प्रदेश /आगरा । थाना अछनेरा पुलिस की ओर से रविवार को अग्रोहा सेवा सदन में परिवार संवाद को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं पुरुषों और छात्र-छात्राओं से खुलकर जागरूकता संवाद किया।
एसीपी ने आजकल चर्चित विषय डिजिटल अरेस्ट और साइबर क्राइम पर गंभीरता से लोगों से संवाद कर, उसके बारे में विस्तार से समझाया। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण, बाल अपराध, डायल 112 एवं डिजिटल अपराध के बारे में भी जागरूक किया। साथ ही पुलिस ने जनता को भी खुलकर बात करने और अपनी समस्याओं को रखने का मौका दिया।
एसीपी ने बताया कि, डिजिटल अरेस्ट एक तरह का साइबर फ्रॉड कहलाता है, जिसमें अपराधी लोगों को डरा धमकाकर, उनसे पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। वे लोगों को यह बताते हैं कि वे किसी कानूनी पचड़े में फंस गए हैं, और उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। यह धोखा अक्सर फोन कॉल, ईमेल या सोशल मीडिया मैसेज के माध्यम से किया जाता है। असल में कानून में कोई डिजीटल अरेस्ट होता ही नहीं है।
मुख्य रूप से थाना प्रभारी अछनेरा विनोद कुमार मिश्रा, क्राइम विजय वर्मा, बरिष्ट सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र सिंह,उपनिरीक्षक नवनीत सिंह,एस आई, राघवेन्द्र सिंह, गुलशन गर्ग सभासद, चैयरमेन प्रति निधि महेंद्र सिंह भगत ,कुंवर बहादुर मिश्रा,प्रधान संभ्रांत व्यक्ति मौजूद रहे।