भारत सहित दुनिया के कई शहरों में लोगों को ठंड बढ़ने के साथ ही सांसों पर संकट नजर आने लगा है। इसका कारण वायु प्रदूषण (Air Pollution) है। स्विस फर्म आईक्यूएयर (Swiss Firm IQAir) ने इसे लेकर 121 देशों की लाइव रैंकिंग शेयर की है। इस रैंकिंग के अनुसार भारत व पाकिस्तान के दो शहर में हालात काफी खराब है। 121 देशों की लिस्ट में भारत के 3 शहर हैं, इनमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, कोलकाता और मुंबई है। 13 नवंबर को स्विस फर्म आईक्यूएयर की लाइव रैंकिग में पहले नंबर पर राजधानी दिल्ली हैं। दिल्ली में आज एक्यूआई 515 तक दर्ज की गई है।
दुनिया के प्रदूषित शहरों में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के किंशासा का नाम तीसरे नंबर पर है। यहां का एक्यूआई 193 मापा गया है। वहीं, मिस्र के काहिरा शहर को चौथे स्थान पर रखा गया, यहां का एक्यूआई 184 पाया गया। वहीं, रैंकिंग में पांचवें स्थान पर वियतनाम की राजधानी हनोई का नाम है। यहां का एक्यूआई लेवल 168 पहुंच गया है। छठवें नंबर पर कतर देश का दोहा शहर है, जहां का एक्यूआई लेवल 166 दर्ज किया गया। इसके अलावा, 7वें नंबर पर सउदी अरब के रियाद का नाम है, यहां का एक्यूआई 160 दर्ज हुआ है।
भारत के 2 और शहर का नाम
वहीं, बांग्लादेश की राजधानी ढाका को 17वें नंबर पर रखा है। जहां का एक्यूआई 122 पहुंच गया। इस लिस्ट में चीन के 7 शहरों में हवा काफी खराब पाई गई है।
किस लेवल पर कितना खराब?
आमतौर पर एयर पॉल्यूशन का लेवल एयर क्वालिटी इंडेक्स या AQI के रूप में मापा जाता है। विदेशी मानकों के मुताबिक, 200 से ज्यादा AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी की मानी जाती है और 300 का लेवल ‘गंभीर रूप से खराब स्थिति’ को बताता है। वहीं, अगर 0-50 के बीच में AQI का लेवल रहता है तो ये अच्छा माना जाता है, 51-100 रहा तो मध्यम और अगर 101-150 के बीच मिला तो संवेदनशील समूहों के लिए ‘खराब हवा’ मानी जाती है। वहीं, अगर 151 से 200 के बीच एक्यूआई पाया गया तो ये ‘खतरनाक’ होता है। इसके अलावा, 201-300 लेवल तक पाए जाने पर ‘बहुत खतरनाक’ और अगर यह 301 से अधिक पाया गया तो यह ‘बहुत-बहुत खतरनाक’ माना जाता है।