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छत्तीसगढ़

लव अफेयर में मां-बेटी और बेटे की हत्या, घर पैसे नहीं भेजता था भाई, तो नाराज बड़े भाई ने की हत्या

बलरामपुर। बलरामपुर में लव अफेयर में मुख्तार अंसारी ने मां-बेटी और बेटे को कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला। बताया जा रहा है कि मुख्तार के भाई आरीफ का एक नाबालिग लड़की से प्रेम संबंध था, जिससे वह अपने घर पैसे नहीं भेजता था। इससे नाराज होकर बड़े भाई ने हत्या कर दी।

मामला बलरामपुर थाना क्षेत्र के दहेजवार का है। दरअसल, शुक्रवार को बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट से लगे खेत में 3 नर कंकाल मिले थे, जिसमें तीन खोपड़ी और बॉडी के अन्य पार्ट्स बरामद हुए। साड़ी, सलवार, पैंट और अन्य कपड़े भी मिले। इनकी शिनाख्त कुसमी से 27 सितंबर से लापता सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (36), बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान ठाकुर (17) और बेटा मिंटू ठाकुर (6) के रूप में हुई।

झारखंड के बरगढ़ निवासी मुख्य आरोपी मुख्तार का छोटा भाई आरीफ अंसारी कुसमी में रहकर ठेकेदारी का काम करता है। अच्छे पैसे भी कमा रहा था। मुख्तार अंसारी झाड़फूंक और कबाड़ के साथ खेती-बाड़ी का काम करता था। आरीफ और मुस्कान के बीच प्रेम संबंध की पुष्टि कॉल डिटेल और मोबाइल चैट से हुई है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी के पिता को सांप ने काट लिया था, जिससे उसके उसके शरीर के अंग गल रहे हैं। इसके बावजूद छोटा भाई आरीफ अपने पिता के इलाज के लिए पैसे नहीं भेजता था। इससे मुख्तार अंसारी नाराज था। इसी को लेकर मुस्कान और उसके परिवार को मारने की साजिश रची।

अब तक के पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि तीनों की हत्या मुख्तार अंसारी ने की है। कौशल्या ठाकुर, मुस्कान और मिंटू ठाकुर को लेकर मुख्तार अंसारी कुसमी से बलरामपुर लेकर गया। दहेजवार में जहां कंकाल मिले हैं, उसके पास ही झोपड़ीनुमा घर है। तीनों को वहां रखा। बताया जा रहा है कि रात में तीनों जब सो गए तो कुल्हाड़ी के पास से सिर और माथे पर कई वार किए। तीनों को रात में ही मारा और लाश को पानी भरे खाली खेत में बने नाले में फेंक आया। शव गलकर बहते भी रहे। इस कारण शवों की बदबू ज्यादा नहीं फैली।

खेत का मालिक महाराजगंज का है, जो धान बोने के बाद खेत देखने नहीं आया था। धान काटने के लिए वह शुक्रवार को खेत में पहुंचा तो उसे कंकाल मिले। जहां शवों को फेंका उस इलाके में लोगों का आना जाना भी नहीं था। मामले में बलरामपुर पुलिस पर लापरवाही के भी आरोप लग रहे हैं। तीनों की गुमशुदगी कुसमी थाने में दर्ज की गई, लेकिन पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज नहीं किया। सूरजदेव ठाकुर को आरीफ पर तीनों को भगाकर ले जाने का शक था। एफआईआर के लिए उसने आवेदन कुसमी थाने सहित मुख्यमंत्री के नाम पर भी दिया था।

मामले में मुख्यमंत्री कैंप बगिया में कौशल्या की मां कमला बाई ने भी शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बावजूद पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। आरीफ से पूछताछ में उसने पुलिस को बताया था कि उसका भाई मुख्तार अंसारी तीनों को लेकर गया है। मुख्तार से भी पूछताछ हुई, लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ सकी। तीनों शवों की शिनाख्त किए जाने के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम एक्सपर्ट कुलदीप कुजूर की टीम ने डीएन सैंपल एकत्र किया है। डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल रायपुर भेजा जाएगा। डीएनए रिपोर्ट आने में करीब 10 से 15 दिनों का समय लग सकता है। इसके बाद पुलिस जांच आगे बढ़ सकेगी।

मामले में कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल पर कार्रवाई की गाज गिरी है। जितेंद्र जायसवाल को पुलिस लाइन बलरामपुर अटैच किया गया है। रघुनाथनगर थाना प्रभारी संत लाल आयाम को थाना प्रभारी कुसमी बनाया गया है। हालांकि आदेश अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस फेरबदल को प्रशासनिक बताया गया है।

बलरामपुर पुलिस ने मां-बेटी और बेटे की हत्या के आरोप में झारखंड के बरगढ़ निवासी मुख्तार अंसारी, उसके भाई आरीफ अंसारी और बलरामपुर के एक व्यक्ति पुलिस कस्टडी में है। बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने कहा कि संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस आज हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। तीनों के कंकालों को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है।