संभल। संभल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसक बवाल में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने तीन कारों और आठ बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर जमकर पथराव और फायरिंग की गई, जिसमें 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा क्षेत्र में स्थिति बेकाबू हो गई थी।
सर्वे के दौरान हुए बवाल में तीन लोगों की मौत हो गई है। जिले के एसपी ने इसकी पुष्टि की है। तीनों मृतकों का नाम नोमान, बिलाल और नईम है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तीन महिलाओं सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिलाएं छत से पत्थरबाजी कर रही थीं। अफवाह को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
बता दें जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद ने रविवार को बड़ा रूप ले लिया। मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किए जाने के बाद यहां दोबारा सर्वेक्षण के दौरान हंगामा और जमकर पथराव किया गया। नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी जिससे हालात बेकाबू हो गए। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। रविवार सुबह करीब छह बजे संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ एक सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची।
इस दौरान कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ। जैसे ही मस्जिद पर सर्वे की जानकारी स्थानीय लोगों को मिली, मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर एकत्र हो गए। मुस्लिम समाज के लोगों ने सर्वे पर आपत्ति जताई। जल्द ही मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और नाराज भीड़ ने पुलिस को रोकने का प्रयास किया। देखते ही देखते भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पत्थर लगने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद मौके पर तैनात पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। स्थिति काबू से बाहर होने पर पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। फिलहाल पुलिस ने हिंसा करने करने वाले तीन महिलाओं सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं अन्य की तलाश जारी है।