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होली के त्योहार में इन पकवानों को बनाना न भूलें….

वैसे तो होली में कई प्रकार के व्यंजन बनते हैं लेकिन कुछ विशेष तरह के व्यंजन से आप घर, परिवार तथा दोस्तों को परोसने से आपको काफी तारीफ मिल सकती है।
होली रंग-उमंग और भाईचारे का त्योहार है। साथ ही इस दिन घरों में स्वादिष्ट पकवान भी बनते हैं। वहीं कुछ पकवानों के बिना होली का मजा अधूरा रहता है। पारंपरिक पकवानों को खाने के लिए साल भर इंतजार किया जाता है। ऐसे में कुछ लोग बाजार से कई पकवान लाते हैं। लेकिन घर के पकवानों और बाजार के पकवानों के स्वाद में काफी अंतर होता है। ऐसे में आप भी होली के त्योहार में इन पकवानों को बनाना न भूलें। साथ ही इन पकवानों को मेहमानों के सामने भी परोसा जाता है। आइए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि आप होली में पारंपरिक पकवानों के अलावा और क्या बना सकती हैं।

 

आलू के गुटके –  जिस तरह से उत्तर प्रदेश में होली के दिन पर गुजिया जरूर बनाई जाती है। क्योंकि यह होली के पारंपरिक पकवानों में से एक हैं। ठीक उसी तरह उत्तराखंड में होली के दिन आलू के चटपटे गुटके जरूर बनाए जाते हैं। होली पर मेहमानों के आगे यह सर्व भी किया जाता है। कहीं-कहीं पर आलू के गुटकों को भांग की चटनी के साथ सर्व किया जाता है। ऐसे में आप भी होली पर आलू के गुटके का स्वाद लेना न भूलें।

 मालपुआ – होली में कई सारी मिठाइयां बनाई जाती हैं। लेकिन मालपुआ के बिना होली का मजा अधूरा होता है। बता दें कि दूध और आटे के साथ ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर रस भरे मालपुए बनाने की परंपरा काफी समय से चली आ रही है। कुछ लोग इसको क्रिस्पी बनाने के लिए इसमें सूजी तो कुछ लोग केला का भी इस्तेमाल करते हैं। मालपुआ को खाकर घऱ और आने वाले मेहमानों के मुंह में भी इसका स्वाद खूब घुलता है। ऐसे में आप भी होली पर मालपुआ बनाना न भूलें।

 

गुजिया – गुजिया को होली की ट्रेडिशनल मिठाई भी कहा जाता है। होली के त्योहार में लगभग हर घर में गुजिया बनाई जाती है औऱ इसे मेहमानों को भी सर्व की जाती हैं। वहीं बाजारों में गुजिया की कई वैरायटी मिलती है। इस बार आप भी होली के मौके पर गुजिया की नई वैरायटी ट्राई कर सकती हैं। इसमें सूजी गुजिया, खोया गुजिया और चॉकलेट गुजिया मुख्य रूप से शामिल हैं। होली में आप भी इन डेशेज को बनाकर इस त्योहार को और भी ज्यादा अच्छे से सेलिब्रेट कर सकते हैं।

दही वड़ा –  उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों में गुजिया के अलावा होली के त्योहार में दही वड़े बनाने का रिवाज है। दही वड़ा उड़द दाल को पीसकर बनाया जाता है। इसमें काली मिर्च नमक और इलायची भी डाली जाती है। वड़ा को डार्क भूरा होने तक भूनने के बाद इसे दही में भिगोया जाता है। वहीं इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए इस पर खट्टी-मीठी चटनी भी डाली जाती है। जिससे कि इसका पारंपरिक स्वाद बना रहे। ऐसे में आप भी इस बार होली पर दही वड़ा बना सकती हैं।

 

 ठंडाई –  होली का त्योहार बिना ठंडाई के अधूरा माना जाता है। इस दिन ठंडाई लोगों के उत्साह और उमंग को दोगुना कर देती है। वहीं कई जगहों पर ठंडाई का प्रसाद भी मिलता है। साथ ही गांव में आपको हर चौराहे पर होली के दिन ठंडाई की दुकान मिल जाएगी। आपको बता दें कि होली के दिन वाराणसी की ठंडाई की मांग काफी बढ़ जाती है। क्योंकि यहां की ठंडाई में भी आपको बनारसी स्वाद मिलता है। ऐसे में आप भी होली के मौके पर ठंडाई पीने का मजा लेना न भूलें।