नई दिल्ली। यूरोपीय संघ की गोपनीयता निगरानी संस्थाओं ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच फेसबुक का स्वामित्व रखने वाली कंपनी मेटा पर 2,239 करोड़ रुपये (25.1 करोड़ यूरो) का जुर्माना लगाया। फेसबुक पर 2018 के डाटा उल्लंघन की जांच के बाद यह जुर्माना लगाया गया, जिससे लाखों खाते प्रभावित हुए थे। आयरलैंड के डाटा संरक्षण आयोग ने उल्लंघन की अपनी जांच पूरी करने के बाद जुर्माना लगाया। इस उल्लंघन में हैकर्स ने फेसबुक के कोड में बग का फायदा उठाकर उपयोगकर्ता के खातों तक पहुंच हासिल की। इससे हैकरों को डिजिटल चाबी की चोरी करने में मदद मिली, जिसे एक्सेस टोकन के रूप में जाना जाता है।
27 देशों के यूरोपीय संघ में सख्त गोपनीयता व्यवस्था के तहत आयरलैंड का डाटा संरक्षण आयोग मेटा के लिए प्रमुख गोपनीयता नियामक है और मेटा का क्षेत्रीय मुख्यालय डबलिन में स्थित है। मेटा ने बयान में कहा, यह फैसला 2018 की एक घटना से संबंधित है। समस्या की पहचान होते ही हमने इसे ठीक करने के लिए तुरंत कार्रवाई की थी। उसने इस बारे में प्रभावित लोगों और आयरलैंड के नियामक को सूचित किया था। वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी।
5 करोड़ खातों के प्रभावित होने का किया था दावा
नियामक की ओर से कहा गया है कि जब उसने पहली बार डाटा लीक का खुलासा किया, तो फेसबुक ने 5 करोड़ खाते प्रभावित होने का दावा किया था। लेकिन वास्तविक संख्या लगभग 2.9 करोड़ थी, जिसमें यूरोप के 30 लाख खाते भी शामिल थे। कंपनी ने कहा है कि बग का पता चलने के बाद उसने एफबीआई ने अमेरिका और यूरोप के नियामकों को सतर्क कर दिया था।