फिल्मी पर्दे पर कश्मीर का सौंदर्य फिर निखर रहा है। पिछले दो साल के दौरान बॉलीवुड की 200 फिल्मों, वेब सीरीज और एल्बम की शूटिंग को यहां मंजूरी प्रदान की गई। ये पिछले 34 साल का रिकॉर्ड आंकड़ा है। कश्मीर 90 के दशक की शुरुआत से आतंकवाद की गरमी से झुलसने लगा था।
अब सुरक्षा की दृष्टि से हालात काफी हद तक बेहतर हो गए हैं। बॉलीवुड सहित दक्षिण भारतीय फिल्मकार भी यहां पर शूटिंग कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर फिल्म विकास परिषद (जेकेएफडीसी) का गठन 2021 में हुआ था। फिल्म शूटिंग की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस की व्यवस्था है।
अब तक लगभग एक हजार से ज्यादा कलाकारों का जेकेएफडीसी में रजिस्ट्रेशन है। इससे स्थानीय कलाकारों को काम मिलने में आसानी होती है। एक स्थानीय फिल्मकार जहूर अहमद का कहना है कि कलाकारों के साथ-साथ फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े लाइन प्रोड्यूसरों, टेक्नीशियनों और कैमरापर्सन को भी पर्याप्त काम मिल रहा है।
नए डेस्टिनेशन की तलाश
जम्मू-कश्मीर में फिल्मों की 90% शूटिंग कश्मीर में होती है। फिल्मकार अब कश्मीर के गुलमर्ग, पहलगाम, डल लेक जैसे परंपरागत स्थलों के अलावा नए डेस्टिनेशन जैसे बांदीपोरा के गुरेज और वूलर, दूधपथरी और योशमर्ग में शूटिंग कर रहे हैं।