नई दिल्ली। हर्षा रिछारिया साध्वी की वेशभूषा माथे पर तिलक और फूलों की माला पहने रथ पर सवार होकर महाकुंभ पहुंचीं। यहां पर उनसे एक महिला मीडियाकर्मी ने सवाल पूछा तो उन्होंने बताया मैं उत्तराखंड से आई हूं। आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या हूं मुझे जो करना था वो छोड़कर ये वेश धारण किया है। हर्षा ने बताया मेरी उम्र 30 साल है। मैं पिछले दो साल से साध्वी बनी हूं।
प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में देश-दुनिया से संत-महात्मा और साधु के साथ लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आस्था के इस महाकुंभ में कई साधु-संतों के साथ एक कथित साध्वी भी चर्चा में हैं। साध्वी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद लोग उनके पुराने फोटोज और वीडयि भी शेयर करने लगे।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
हर्षा रिछारिया का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हर्षा के इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक वह सोशल एक्टिविस्ट और इंफ्लूएंसर हैं। वहीं, एक्स पर अपने बायो में उन्होंने खुद को आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरी जी महाराज, निरंजनी अखाड़ा की शिष्या बताया है। एक इंटरव्यू में हर्षा ने कहा, ’’जब आप जीवन में काफी कुछ हासिल कर लेते हैं तो आपको एहसास होता है कि यह सब शांति नहीं देते हैं।’’
सोशल मीडिया पर नंबर वन ट्रेंड बना एकता का महाकुंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ को एकता का महाकुंभ करार दिया है। पीएम मोदी और सीएम योगी के इस बयान को सोशल मीडिया में भी खूब सराहा जा रहा है। सोमवार को महाकुंभ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एकता का महाकुंभ हैशटैग टाप ट्रेंड में शुमार हो गया। सुबह से ही लोगों ने एक्स पर अपने विचार प्रकट करने शुरू कर दिए। दोपहर को नंबर वन पर ट्रेंड करने लगा। बड़ी संख्या में यूजर्स महाकुंभ के वीडियो, फोटोज और सूचनाएं अन्य लोगों तक पहुंचा रहे थे।