बांगरमऊ उन्नाव। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर रविवार रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रायबरेली से श्री गंगानगर जा रही स्लीपर बस में अचानक आग लग गई। चीख-पुकार के बीच बस में बैठे करीब 50 यात्रियों ने खिड़कियों से कूदकर जान बचाई। दमकल ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं पुलिस आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बता रही है।
घटना बांगरमऊ क्षेत्र के लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर ग्राम गहरपुरवा के पास रात करीब नौ बजे हुई। एक बस रायबरेली से श्री गंगानगर राजस्थान जा रही थी। बस में लगभग 50 यात्री बैठे थे। जैसे ही बस गहरपुरवा गांव के सामने पहुंची, अज्ञात कारणों से उसमें आग लग गई।
ड्राइवर की सूझबूझ से टला हादसा
चालक ने सूझबूझ से बस को तुरंत रोक दिया गया। आग की लपटें देख यात्रियों में चीख पुकार मच गई। कई यात्रियों ने खिड़की के शीशे तोड़े और कूदकर जान बचाई। कई यात्री गेट से निकले। सूचना पर पहुंची दमकल टीम ने आधा घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। बस के साथ यात्रियों का सामान जलकर राख हो गया।
सीओ अरविंद कुमार के अनुसार, घटना की सूचना मिलते ही दमकल की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। सीओ ने बताया कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। शार्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा है। कारणों की जांच की जा रही है। दूसरी बस से यात्रियों को गंतव्य के लिए रवाना किया गया है।
18 मौतों की घटना को याद कर सिहर गई पुलिस
एक्सप्रेस वे पर 10 जुलाई को हुए हादसे में 18 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। वहीं 19 घायल हुए थे। उस घटना को याद करते हुए जैसे ही बस में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस तत्काल दमकल को सूचना देते हुए घटनास्थल की ओर रवाना हुई और मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने आग पर काबू पा लिया।
सामान निकालने की कोशिश में फंसे कुछ यात्री, बाल बाल बचे
बस से धुआं निकलते ही चालक ने सूझबूझ का परिचय देकर बस किनारे खड़ी कर दी। उसके इशारे पर लगभग सभी यात्री बस से बाहर आ गए। अचानक 5 से 6 यात्री बस में रखा सामान निकालने के लिए कुछ देर बाद फिर से चढ़ गए। तब तक आग की लपटों से पूरी बस घिर गई। बचने के लिए यात्री खिड़की के सीसे तोड़ के निकले। समय रहते चालक बस को खड़ी कर यात्रियों को सुरक्षित न निकलता तो बड़ी घटना हो जाती।