टीकमगढ़। जतारा पुलिस ने मुहारा गांव में की जा रही एक एकड़ से अधिक अफीम की खेती को पकड़ा है, जिसकी कीमत लाखों रुपये में बताई गई है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नशीली पदार्थों के खिलाफ टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत जतारा पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव में अवैध अफीम की खेती की जा रही है।
जहां पर मंगलवार को पुलिस टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई, जिसमें रानू के खेत में अफीम की खेती की जा रही थी। जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम का कहना है कि अभी पुलिस की कार्रवाई चल रही है और अफीम फसल की सही कीमत का आकलन किया जा रहा है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कब से अवैध धंधा चल रहा था। आज कार्रवाई पूरी करने के बाद कल टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक इस मामले का खुलासा करेंगे।
जतारा एसडीओपी के नेतृत्व में हुई कार्रवाई- जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। मंगलवार सुबह करीब चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे खेत की घेराबंदी कर अफीम की फसल को उखाड़ा। जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई हैं। उसमें स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं कि कुछ महिला पुलिसकर्मी अफीम के पेड़ लेकर फोटो सेशन कर रहे हैं और मुस्कुरा रहे हैं।
बता दें कि बुंदेलखंड में अफीम की खेती करना अवैधानिक है। मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी और मंगलवार सुबह से ही जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम के नेतृत्व में चार पुलिस थानों की टीम ने घेरा डालकर कार्रवाई की है। जहां से अफीम की खेती पकड़ी गई है। यह खेत मुहारा गांव के रहने वाले रानू का बताया जा रहा है। जो एक कुशवाहा समाज के लोगों को बटाई पर दिए हुए थे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।