रायपुर। जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले के टूरिस्ट हॉटस्पॉट पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रहने वाले एक बिजनेसमैन दिनेश मिरानिया की मौत हो गई है। वे हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी मौत की खबर मिलते ही रायपुर सहित प्रदेश भर में शोक की लहर छा गई है।
जानकारी के अनुसार, राजधानी रायपुर के समता कॉलोनी निवासी बिजनेसमैन दिनेश मिरानिया अपनी पत्नी नेहा मिरानिया और दो बच्चों शौर्य व लक्षिता मिरानिया के साथ पहलगाम घूमने गए हुए थे। इसी दौरान आतंकियों ने घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी।
दक्षिणी कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर तीन बजे के करीब आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाकर गोलीबारी की। हमले में करीब 26 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। मरने वालों में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं। हमला उस वक्त किया गया, जब दक्षिण कश्मीर के इस खूबसूरत इलाके में सैकड़ों पर्यटक मौजूद थे, वो अपनी छुट्टियों का आनंद ले रहे थे। इस दौरान हथियारों से लैस आतंकवादी जंगल से निकले और उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
जहां हंसी गूंज रही थी वहां मच गई चीख पुकार
अचानक हुई इस गोलीबारी से शांत घाटी में चीखें गूंज उठी। हर तरफ लोग भाग रहे थे, आतंकियों की गोलियों से खुद को बचाने की कोशिश कर थे। लोग अपने को बचाने की कोशिश में जुटे। कुछ मिनट पहले जहां माहौल खुशनुमा था, वह हर तरफ मौत का भयावह मंजर देखने को मिला। घायलों के परिजन लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे, जहां दर्जनों पर्यटक खून से लथपथ पडे़ हुए थे।
मजहब जाना और गोलियां बरसानी शुरू कर दी
जानकारी के मुताबिक, आतंकी सेना की वर्दी में आए और पर्यटकों से परिचय-पत्र मांगना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने पर्यटकों का मजहब जानकर और उनपर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। जब तक सुरक्षा बल मौके पर पहुंचते, आतंकी कई पर्यटकों की हत्या कर पहाड़ियों की तरफ भाग गए। उनके मारे जाने या पकड़े जाने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
आतंकियों के देख भाग गए दुकानदार और स्थानीय गाइड
रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकियों ने लगभग 40 पर्यटकों के एक समूह को घेर लिया और अचानक उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही गोलियां चलनी शुरू हुईं, मौके पर दुकान लगाए तमाम स्थानीय लोग वहां से भाग गए, मैदान में सिर्फ पर्यटक बचे। जिन पर आतंकियों का कहर टूट पड़ा। दक्षिण कश्मीर के इस रिसॉर्ट में बैसरन घास के मैदानों में मदद के लिए चीखें गूंज रही थीं, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुए सबसे घातक आतंकी हमलों में से कई पर्यटक खून से लथपथ पड़े थे।