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कोरबा

नाबालिक आदिवासी बालक की हत्या, चेहरे और गुप्तांग में किया सांघातिक वार, पुलिस ने कहा नही मिली शिकायत

अपने एकलौते बेटे की फोटो के साथ बीरेंद्र के माता-पिता

कोरबा। जिले में एक नाबालिग आदिवासी बालक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 16 साल का आदिवासी बालक अपने दोस्तों के साथ घूमने गया हुआ था। इसी दौरान गांव के ही कुछ लड़कों ने उस पर हमला कर दिया। चेहरे व गुप्तांग में लात-घूंसों से सांघातिक वार किया गया। हालांकि हत्या का कारण अब तक सामने नहीं आ सका है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस में शिकायत करने गए थे, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई, वहीं पुलिस का कहना है कि अब तक शिकायत ही नहीं मिली है। मामला करतला थाना क्षेत्र का है।मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन के ग्राम नकटीखार निवासी बीरेंद्र मंझवार (16) पिता अवधराम मंझवार विगत 9 मार्च की शाम अपने दोस्त सुंदर मंझवार के साथ बाइक में सवार होकर कहीं गया हुआ था। दोनों किसी काम से करतला के केराकछार गए हुए थे। इसी दौरान कुछ लड़कों ने बीरेंद्र से बुरी तरह मारपीट की। उसके चेहरे, गुप्तांग और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई थी। वारदात के बाद बीरेंद्र घर लौट आया। अगले दिन उसकी बिगड़ती हालत देख परिजन अस्पताल ले गए, वहां से रायपुर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।परिजनों ने बताया कि बीरेंद्र घटना वाली रात करीब 11 बजे घर पहुंचा था। इसके बाद अपने कमरे में जाकर सो गया। सुबह जब काफी देर तक नहीं उठा तो उसे देखने कमरे में गए। चेहरा खून से सना हुआ था। कंबल उठाकर देखा तो पूरे शरीर में खून लगा था। गुप्तांग और चेहरे पर चोट के निशान थे। उसे तत्काल अस्पताल ले गए। पिता अवधराम ने बताया कि उसे जानकारी मिली है कि केराकछार के लड़कों ने उसे बेहरहमी से पीटा था। सुंदर किसी तरह जान बचाकर घर पहुंचा था। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने मामले की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में लिखवाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने करतला भेज दिया। अब तक शिकायत दर्ज नहीं की गई है, वहीं करतला थाने में पदस्थ एएसआई अनिल खाण्डे ने बताया कि अभी शिकायत नहीं मिली है, प्रभारी अवकाश पर हैं।