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कोरबा

हमारा मकसद खुदा की इबादत करने वाले बंदों की राह में खलल डालना नहीं, अनजाने में हुई गलतियों का एहसास कराना है

0 खबर का असर: ट्रांसपोर्ट नगर चौक में चस्पा हुआ विज्ञापन प्रतिबंधित
कोरबा। 
कोरबा टूडे स्टूडियो में विगत 5 मई को प्रमुखता के साथ, रेड से कब ग्रीन हुआ पता ही नहीं चला, चौक में सिग्नल के सामने लगा दिया बड़ा होर्डिंग, शीर्षक से खबर वायरल किया गया था। खबर वायरल होने के बाद प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया। ट्रांसपोर्ट नगर चौक में विज्ञापन प्रतिबंधित चस्पा कर दिया गया है।
ट्रांसपोर्ट नगर चौक के बीचोंबीच एक बड़ा होर्डिंग लगा दिया गया था। इस वजह से गुजरने वाले वाहन चालकों को रात के समय सिग्नल नजर नहीं आ रहा था। कई वाहन चालक दूसरे वाहनों पर निर्भर होकर चल रहे थे। सिग्नल रेड से ग्रीन हो रहा था, लेकिन कुछ वाहन चालकों को नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में सुनालिया रोड से आने वाले वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कोरबा टूडे स्टूडियो की टीम ने ट्रांसपेार्ट नगर चौक के स्टाप लाईन से रात के समय सिग्नल की तस्वीर खींचकर खबर के साथ वायरल किया था। खबर वायरल होने के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया। चौक में विज्ञापन प्रतिबंधित का नोटिस चस्पा कर दिया गया है। खबर वायरल करने के साथ होर्डिंग लगाने वालों को सलाह दी गई थी कि होर्डिग ऐसे स्थान पर लगाया जाए, जिससे किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। होर्डिंग उंचाई पर लगाने से ज्यादा से ज्यादा लोग देख सकते हैं। उंचाई पर रहने से होर्डिंग सुरक्षित भी रहेगा। चौक में होर्डिंग लगाने से वाहन चालक भ्रमित हो सकता है। सड़क से नजर हटते ही चालक वाहन से अपना नियंत्रण खो सकता है।
ज्ञात हो कि इसी माह की शुरूआत में इस्लाम के नबी हजरत मोहम्मद के 28 वीं पीढ़ी और गौसे आजम (इराक) के 18वें पीढ़ी के वंशज एवं प्रिंस ऑफ इराक का कोरबा आगमन हुआ था। गौसुलवारा कॉन्फ्रेंस में सय्यदी का दीदार करने सैकड़ों की संख्या में जनसैलाब उमड़ा था। इराक के प्रिंस का बड़ा होर्डिंग चौक में लगाया गया था, लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रखा गया कि होर्डिंग की वजह से आवागमन बाधित हो सकता है। कोरबा टूडे स्टूडियो की टीम का मकसद खुदा की इबादत करने वाले बंदों की राह में खलल डालना नहीं, अनजाने में हुई गलतियों का एहसास कराना है।—-