बाल केवल खूबसूरती ही नहीं बढ़ाते बल्कि व्यक्ति की पहचान भी होते हैं. उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं जिसका प्रभाव बालों पर भी पड़ता है. पहले जहां 50 वर्ष की आयु के बाद बाल झड़ने की समस्या होती थी वहीं अब 25 की उम्र में भी लोग गंजेपन का शिकार हो रहे हैं. बालों का झड़ना और असमय सफेद होने के कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. वर्तमान में लोगों की लाइफस्टाइल और केमिकल प्रोडक्ट्स का अधिक प्रयोग इस समस्या को बढ़ावा दे रहा है. बालों का अत्यधिक झड़ना और गंजेपन की समस्या किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है. चलिए जानते हैं कम उम्र में बालों के झड़ने की क्या वजह हो सकती है.
हार्मोंस
पुरुष के बालों के झड़ने और गंजेपन का मुख्य कारण है एंड्रोजेनिक एलोपीशिया. बालों का झड़ना एक आनुवांशिक और हार्मोनल स्थिति है जो डीएचटी या डायहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन के कारण होती है. टेस्टोस्टेरोन से प्राप्त एक हार्मोन जो बालों के रोम को सिकोड़ता है और बढ़ने नहीं देता. 25 वर्ष से कम आयु के युवा डीएचटी के प्रति अधिक सेंसटिव होते हैं, जिस वजह से उनके बाल लंबे समय तक डेड रहते हैं और बढ़ना बंद कर देते हैं.ऑटोइम्यून डिसऑर्डर
एलोपेसिया एरीटा एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जो बालों के रोम पर हमला करता है. जब इम्यून सिस्टम खुद पर हमला करने लगती है तो बालों और स्किन पर प्रभाव पड़ने लगता है. धीरे-धीरे रोम बंद हो जाते हैं और गंजेपन की समस्या होने लगती है. ऐसी स्थिति किसी बीमारी के बाद भी उत्पन्न हो सकती है.पोषण की कमी
शरीर में जब विटामिन-डी, आयरन, जिंक और प्रोटीन की कमी हो जाती है तब भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है. बायोटिन बालों के विकास में मदद करता है. शरीर में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी के चलते बालों की ग्रोथ रूक जाती है और रोम छिद्र बंद हो जाते हैं. ये स्थिति महिला और पुरुष किसी को भी हो सकती है. बालों के झड़ने और गंजेपन की समस्या इनदिनों हर व्यक्ति को परेशान कर रही है. गंजापन की समस्या किसी विशेष कारण से हो सकती है. इसलिए समय रहते चिकित्सक को दिखाना जरूरी है.