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कोरबा

वन मंडल कटघोरा में अवैध कटाई की फिर होगी जांच

0 डीएफओ प्रेमलता यादव के विरुद्ध कार्यवाही की भी मांगकोरबा। कटघोरा वन मंडल अधिकारी श्रीमती प्रेमलता यादव के तत्कालीन उप वनमंडलाधिकारी कार्यकाल के दौरान वृक्षों की अवैध कटाई का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। मामले की एक बार फिर जांच की मांग पर निर्देश जारी किए गए है। डीएफओ के विरुद्ध कार्यवाही की भी मांग हुई है।इस संबंध में राज्य शासन के वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग मंत्रालय के अवर सचिव आरके चंचलानी के द्वारा अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार ओझा को निर्देशित किया गया है। तत्संबंध में डीएफओ और अवैध कटाई के विरुद्ध जांच फिर से शुरू की जाएगी। ज्ञात हो कि दिनेश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष छग जनसहयोग संस्थान बिलासपुर के द्वारा 18 अक्टूबर 2022 को शिकायत मुख्यमंत्री से करते हुए अवैध कटाई से अवगत कराया गया था। इस शिकायत पर विभिन्न बिंदुओं की जांच कर प्रतिवेदन 15 दिवस के भीतर उपलब्ध कराने हेतु मंत्रालय से निर्देश जारी किया गया, किंतु निर्धारित अवधि के बाद भी जांच प्रतिवेदन अप्राप्त है। तत्संबंध में पुनः 10 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को उपलब्ध कराने एक अन्य पत्र 9 जनवरी को जारी किया गया है। इस अवैध कटाई के मामले में कहीं न कहीं वनमंडल स्तर पर लीपा-पोती कराई जा रही है। वैसे भी कटघोरा वनमंडल सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन से लेकर निर्माण और विकास कार्यों की गुणवत्ताहीनता तथा राशि में बंदरबांट को लेकर सुर्खियों में रहा है। सरकार के करोड़ों रुपए योजनाओं के नाम पर डकारे गए, वहीं फर्जी मजदूरों की आड़ लेकर लाखों-करोड़ों रुपए का भी गबन किया जा चुका है। इन सभी मामलों में भी निष्पक्ष जांच और कठोर कार्यवाही लगातार अपेक्षित है। कटघोरा वनमंडल के अधीन ही कार्यरत रेंजर मृत्युंजय शर्मा, सत्तुलाल जायसवाल के द्वारा की गई वित्तीय अनियमितता, फर्जी मजदूरी भुगतान उजागर होने के बाद भी विभागीय तौर पर इन पर मेहरबानी कायम है।