पंचकूला। भारत की 18 सदस्यीय बैडमिंटन टीम यहां ताऊ देवीलाल स्टेडियम में दो सप्ताह के कड़े प्रशिक्षण शिविर के बाद जूनियर एशिया चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए मंगलवार को इंडोनेशिया के लिए रवाना होगी। इस महाद्वीपीय चैंपियनशिप का आयोजन सात से 16 जुलाई तक इंडोनेशिया के योग्यकार्ता में होगा। चौदह दिनों तक चले इस प्रशिक्षण शिविर के दौरान खिलाड़ियों को खेल और फिटनेस प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा।
इस शिविर का आयोजन आरईसी लिमिटेड, भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) और भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने मिलकर किया था। बीएआई महासचिव संजय मिश्रा ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इस दो सप्ताह के प्रशिक्षण शिविर ने टूर्नामेंट से पहले अच्छी तैयारी करने में मदद की है। मुझे विश्वास है कि इस शिविर ने टीम को एक-दूसरे से जुड़ने और एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने में भी मदद की है।’’ भारतीय टीम टूर्नामेंट में ग्रुप सी में है। इस ग्रुप में मलेशिया, बांग्लादेश और हांगकांग की टीमें भी है।
ग्रुप की शीर्ष दो टीमें नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेगी। भारत ने अतीत में दो स्वर्ण पदक, एक रजत पदक और एक कांस्य पदक जीता है। पीवी सिंधू ने 2012 जबकि लक्ष्य सेन ने 2108 में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय टीम: बालक एकल: लक्ष्य शर्मा, समरवीर, आयुष शेट्टी और ध्रुव नेगी। बालिका एकल: रक्षिता श्री एस, श्रियांशी वलीशेट्टी, तारा शाह और अनमोल खरब। बालक युगल: निकोलस नाथन राज/तुषार सुवीर और दिव्यम अरोड़ा/मयंक राणा। बालिका युगल: राधिका शर्मा/तन्वी शर्मा और कर्णिका श्री एस/तनिषा सिंह। मिश्रित युगल: समरवीर/राधिका शर्मा और अरुलमुर्गन आर/श्रीनिधि एन।