Weight Loss Diet Myths: मोटापा एक महामारी है और आज के समय में अधिकतर लोग इसकी जद में हैं। मोटापा सिर्फ आपकी बॉडी शेप को ही नहीं खराब करता है, बल्कि इसके चलते आपको अन्य कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे बीपी, शुगर आदि होने का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि व्यक्ति को अपने वजन को मेंटेन रखना चाहिए। हालांकि, जब हम वेट लॉस डाइट लेते हैं, तो उस दौरान हमारे मन में कई तरह के मिथ्स होते हैं। जिसके चलते हमें वह रिजल्ट नहीं मिल पाता है, जिसकी हमें इच्छा होती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको वेट लॉस डाइट से जुड़े कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
मिथक- क्रैश डाइट से तेजी से वजन कम होगा।
सच्चाई- जब आप क्रैश डाइट लेते हैं तो अपने कैलोरी इनटेक को काफी कम कर देते हैं। इससे कुछ समय में तेजी से वजन गिर सकता है, लेकिन वे सस्टेनेबल और हेल्दी विकल्प नहीं है। इस दौरान सिर्फ आपका फैट कम नहीं होता है, बल्कि इससे मसल लॉस भी होता है। साथ ही साथ, आपका मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है। ऐसे में जब आप धीरे-धीरे नॉर्मल डाइट पर आते हैं तो वजन तेजी से फिर से बढ़ने लगता है।
Weight Loss Diet Myths
मिथक- मील स्किप करने से कैलोरी काउंट कम किया जा सकता है।
सच्चाई- अमूमन लोग अपनी वेट लॉस जर्नी को केवल कैलोरी तक ही सीमित रखते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि अगर वे अपना कैलोरी काउंट सीमित कर लेंगे तो इससे उनका वजन आसानी से कम हो जाएगा। ऐसे में मील्स स्किप करना उन्हें सही लगता है। जबकि इससे आपके वेट लॉस पर उल्टा असर पड़ता है। इससे बाद में ज्यादा खाना, ऊर्जा का स्तर कम होना और मेटाबालिज्म का स्लो होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके कारण वजन कम होने के स्थान पर बढ़ने लगता है।
मिथक-डिटॉक्स ड्रिंक्स या टी से वजन कम किया जा सकता है।
सच्चाई- यह सच है कि डिटॉक्स ड्रिंक्स या टी आपकी वेट लॉस जर्नी को अधिक आसान बनाती है, लेकिन इससे आप लंबे समय तक कोई इफेक्टिव रिजल्ट की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। दरसअल, वे एक तरह से लैक्सेटिव या डायूरेटिक प्रभाव डालती है, जिससे शरीर का वॉटर लॉस होता है या फिर ब्लोटिंग के कारण बढ़ा हुआ पेट कम नजर आता है। आप इससे फैट लॉस नहीं कर सकते हैं। इसलिए, बेहतर होगा कि आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर ही अपना वजन कम करें।