रायगढ़। मुंबई से घर वापसी के दौरान जशपुर की एक युवती को गीतांजलि एक्सप्रेस में अजनबी यात्री पर भरोसा करना महंगा पड़ गया। यात्री ने पहले युवती से बातचीत की फिर खाने पीने का सामान देकर बेहोश कर दिया। युवती के बेहोश होते ही अजनबी उसके पैसे लेकर भाग निकला।
मिली जानकारी के अनुसार मूलतः जशपुर के पत्थलगांव थानांतर्गत ग्राम बनगांव निवासी संतोषी यादव पिता कृपाराम यादव (33 वर्ष) काम के सिलसिले में मुंबई गई हुई थी। मायानगरी से संतोषी गीतांजलि एक्सप्रेस में मुंबई से सवार होकर रायगढ़ आ रही थी। ट्रेन में अजनबी व्यक्ति के साथ मेलजोल होने पर बातचीत का दौर शुरू हो गया। दोनों लंबे समय तक बातचीत करते रहे। बताया जाता है कि युवती का विश्वास जीतने के बाद अजनबी यात्री ने नागपुर के आसपास उसे अपने साथ खाना भी खिलाया। इसके बाद संतोषी सो गई। शुक्रवार की सुबह बिलासपुर से ट्रेन छूटने के बाद अन्य यात्रियों ने युवती को उसकी सीट पर बेहोशी की अवस्था में पाया।
यात्रियों ने टीटीई और रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी। रायगढ़ स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ ने बेहोश युवती को ट्रेन से उतारा और अस्पताल में भर्ती कराया। युवती की शारीरिक स्थिति को देख आशंका जताई जा रही है कि ट्रेन में अजनबी ने खाने में नशीली दवा मिलाकर उसे खिलाया और बेहोश होने के बाद बैग में रखे पैसे तथा अन्य सामानों लेकर भाग निकला।
चूंकि, प्राथमिक उपचार के बाद भी युवती पूरी तरह होश में नहीं है, इसलिए चोरी गए सामानों की पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है। अस्पताल में दाखिल कराने के बाद युवती के बैग में मिले दो मोबाइल फोन और परिचय पत्र के आधार पर उसकी पहचान हुई। आरपीएफ ने उसके परिजनों को फोन कर घटना की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि फिलहाल युवती के बैग से 3 हजार रुपए नदारद है। रेलवे पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।