जयपुर। राजस्थान में आए दिन नवजात बच्चियों के झांड़ियों में मिलने के मामले सामने आते रहते हैं। इसी तरह का मामला एक बार फिर सामने आया है। जयपुर से नजदीक बांदीकुई कस्बे में सिकंदरा रोड स्थित गांधी पार्क के पिछले गेट के पास झाड़ियों में नवजात बच्चा मिला है। नवजात को कीट-चीटियां खा रही थी। सरकारी विद्यालय के 11वीं कक्षा के तीन छात्रों की नजर मासूम पर पड़ी। उन्होंने मासूम का दर्द को समझते हुए तत्परता दिखाकर उपजिला अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद नवजात के स्वास्थ्य में सुधार है।
छात्रों को सुनाई दी रोने की आवाज
ग्यारहवीं कक्षा के स्कूली छात्र विक्की प्रजापत, संजय कुमार, अजीत को गांधी पार्क के पिछले गेट से करीब 15 फीट दूर झाड़ियों से किसी मासूम नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी। छात्रों ने देखा कि एक नवजात के चेहरे व शरीर पर कीडे़ व चीटियां लिपटी हुई थी, जिन्होंने नवजात के चेहरों व शरीर को जख्मी किया हुआ था। इसको लेकर आसपास से गुजर रहे लोगों से भी छात्रों ने मदद की गुहार लगाई, लेकिन लोगों ने पुलिस का मामला कहकर पल्ला झाड़ लिया। भूख के कारण बिलखते नवजात को छात्रों ने तत्परता दिखाते हुए जेब में रखे रूमाल से कीट व चीटियों को हटाकर गोद में लेकर उपजिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचाया और शिशु रोग विशेषज्ञ को मामले की सूचना दी।
नर्सिंग स्टॉफ ने नवजात को दुलारा, छात्रों की थपथपाई पीठ
घायल अवस्था में भूख से बिलखते नवजात को देखकर चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ भी विचलित हो गए। उन्होंने मामले की छात्रों द्वारा जानकारी मिलने पर उसे गोद में ले लिया और नर्सिंग स्टाफ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एसके सोनी के साथ नवजात को दुलार करता दिखा। उनके द्वारा नवजात को प्राथमिक उपचार के बाद दूध पिलाया गया, जिसके चलते भूख से बिलख रहा नवजात शांत हुआ।
पुलिस व नर्सिंग स्टाफ ने तीनों होनहार बच्चों को नवजात बच्चे को अस्पताल पहुंचाने पर शाबासी देते हुए हौसला अफजाई की। एंबुलेंस की मदद से नवजात को दौसा पालनहार में पहुंचाया गया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस नवजात के परिजनों की तलाश में जुट गई है।