स्किन और हेयर हेल्थ के लिए हेल्दी माना जाने वाला गमी अब वेजाइनल हेल्थ के लिए भी बढ़िया बताया जा रहा है। क्या यह सचमुच योनि स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर कर सकता है, जानते हैं विशेषज्ञ से।

गमी को अब तक स्किन (Gummies for Skin) , हेयर और डायजेशन के लिए बढ़िया बताया जा रहा था। अब इसे वेजाइनल हेल्थ के लिए भी बढ़िया बताया जा रहा है। इन दिनों योनि स्वास्थ्य के लिए गमी विटामिन (Gummies for Vaginal health) का प्रयोग तेजी से बढ़ा है। इसके बारे में बताया जाता है कि ये योनि को हेल्दी बनाते हैं। योनि की गंध (Gummies for Vaginal Smell) दूरकर फ्रेशनेस का एहसास दिलाते हैं। यहां तक कि यूटीआई इन्फेक्शन (Urinary Tract Infection) को भी दूर करते हैं। इसमें कितनी सच्चाई (Gummies for Vagina) है, आइये जानते हैं विशेषज्ञ से।
क्या गंध से राहत दिला सकते हैं गम्मी (Can gummies provide relief from odour)
प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीनियर कन्सल्टेंट (गायनेकोलोजी और ओब्स्टेट्रिक्स) डॉ. रश्मि बालियान बताती हैं, ‘वेजाइनल गमी के बारे में बताया जाता है कि यह कई तरीकों से योनि स्वास्थ्य को मजबूत करता है। इसमें गंध बदलने और योनि के पीएच स्तर को बदलकर ताजगी बढ़ाने और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन ( Gummy for Uterine Tract Infection) की संभावना को कम कर सकता है। यदि फैक्ट देखें, तो यह गलत हो सकता है।
प्रोबायोटिक्स और अनानास और क्रैनबेरी जूस में मौजूद विटामिन सी अम्लीय अवयवों को बढ़ा सकते हैं। इससे योनि और यूरिनरी ट्रैक्ट का पीएच या अम्लता प्रभावित हो सकती है। लेकिन योनि के पीएच को बदलने से योनि की गंध दूर नहीं होती है। योनि की गंध प्राकृतिक है। इससे फूल या फल जैसी गंध नहीं आनी चाहिए।
वेजाइनल गमी और वेजिनाइटिस (Vaginal Gummies and Vaginitis)
वेजिनाइटिस योनि का संक्रमण है, जो योनि का पीएच बहुत अधिक होने पर होता है। हाई पीएच का मतलब है कि बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने के लिए योनि पर्याप्त रूप से अम्लीय नहीं है। वेजिनाइटिस के कारण मछली जैसी गंध आती है। योनि के पीएच को बदलकर गमी विटामिन योनि संक्रमण का इलाज नहीं कर सकती है।

ओरल डायटरी सप्लीमेंट (Gummies for Oral Dietary supplement)
वेजिनाइटिस का सबसे आम प्रकार है बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) कहा जाता है। बैक्टीरिया की अत्यधिक वृद्धि के कारण यह होता है। यह बैक्टीरिया आम तौर पर योनि में मौजूद होता है। कोई भी घटक जो योनि के वातावरण को बदलता है, उसमें स्वस्थ योनि के संतुलन को बिगाड़ने की क्षमता भी होती है। इस संतुलन को बदलने से समस्याएं और संक्रमण भी हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में वेजाइनल हेल्थ गमियां ओरल सप्लीमेंट (Oral Dietary Supplement) के रूप में ली जाती हैं। फिर भी बिना गायनेकोलोजिस्ट की सलाह के योनि स्वास्थ्य के लिए गमीज़ का प्रयोग कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम को बढ़ा सकता है।
किन चीज़ों से तैयार होता है गमी (Gummies Ingredients)
गमी विटामिन में जिलेटिन या अगर-अगर (Agar Agar) होता है, जो उन्हें चिपचिपा टेक्सचर देता है। जो लोग शाकाहारी (Vegetarian Diet) या प्लांट बेस्ड आहार (Plant based diet) का पालन करते हैं, वे जिलेटिन से बचते हैं। गमी को तैयार करने में पशुओं के खुरों और हड्डियों का भी प्रयोग किया जाता है। अगर-अगर को कई क्षेत्रों में हेल्दी फ़ूड माना जाता है, लेकिन कुछ शोध इसके हेल्थ रिस्क भी बताते हैं।
अगर अगर (Agar Agar) शैवालों (Algae) से प्राप्त होने वाला प्रोडक्ट है। यह मुख्य रूप से ग्रेसिलेरिया, गेलिडियम और यूचेउमा शैवाल (Algae) से तैयार किया जाता है।

कुछ शोध में इसे कोलन कैंसर से बचाव करने वाला माना गया है, तो कुछ शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि इससे कोलन ट्यूमर (Gummies can cause Colon Tumor) बढ़ सकता है।
यदि आपको दुर्गंधयुक्त योनि स्राव, खुजली, जलन, हेवी ब्लड फ्लो जैसी समस्या होती है, तो किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लें। किसी सेलिब्रिटी के द्वारा विज्ञापन में बताई वेजाइनल गमी नहीं लें।