कोरबा। न्यू रेलवे कॉलोनी सहित एक बड़े हिस्से से स्टेशन के लिए आवाजाही करने वाले लोगों को राहत मिलने के संकेत मिले हैं। साउथ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे के द्वारा कोरबा में वेस्ट केबिन के पास पुराने रास्ते को बंद करने के कारण हो रही समस्या को देखते हुए यहां अंडर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव रखा गया है।
अंडर ब्रिज सर्वे की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और आगे एस्टीमेट भेज दिया गया है। अनुमान है कि 20 करोड रुपए की राशि इस काम पर व्यय की जाएगी। रेलवे क्रॉसिंग के शहर के रूप में कोरबा की पहचान बने होने के साथ ही लोगों को विभिन्न स्थानों पर आवागमन करने के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पिछले वर्ष रेल प्रबंधन के द्वारा अपनी ओर से लिए गए निर्णय के अंतर्गत वेस्ट केबिन के पास मौजूद अस्थाई क्रॉसिंग को कई प्रकार के अवरोध लगाकर बंद कर दिया गया और इसी के साथ प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों की आवाजाही भी रोक दी गई। इसके चलते सबसे ज्यादा वे लोग प्रभावित हुए जो न्यू रेलवे कॉलोनी, शारदा विहार, अमरैया, एससीसीएल की विभिन्न कॉलोनी से लेकर शहर के एक बड़े हिस्से में निवास करते हैं।
सबसे हैरानी इस बात को लेकर हो रही थी कि रेलवे के द्वारा लिए गए तुगलकी फैसले से खुद उसके ही कर्मचारी स्टेशन से अपने सरकारी आवास तक पहुंचने के लिए बहुत लंबा फेरा लगाने को मजबूर हो गए। उन्होंने खुद इस मसले को लेकर गंभीर आपत्ति दर्ज कराई थी। नागरिक संगठनों के द्वारा भी इस पर एतराज जताया गया था। लंबे समय से चल रहे इन प्रयासों को आकर सफलता मिली है।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि समस्या का हल निकालने के लिए रेलवे के द्वारा अपने तकनीकी अमले के माध्यम से संबंधित क्षेत्र का सर्वे कर लिया गया है और यहां अंडर ब्रिज का निर्माण करने का ईस्टीमेट आगे भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार उच्च अधिकारियों को इस पर आगे की प्रक्रियाएं बढ़ानी होगी और उसके हिसाब से फिर संबंधित कामकाज को शुरू कराया जाना संभव होगा। कोरबा नगर में सबसे बड़ी समस्या मुख्य मार्ग पर बनी हुई थी, जिसके समाधान के लिए दो दशक पहले फ्लाई ओवर तैयार कराया गया। वर्तमान में शारदा विहार, संजय नगर और इमली डुग्गू रोड पर कई प्रकार की समस्याएं मालगाडिय़ों के कारण बनी हुई है और यहां भी वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग की जा रही है।