इंदौर। मध्य प्रदेश के धार में मधुमक्खियों के हमले से बच्चे की मौत हो गई। झुंड ने मां के साथ जा रहे दो बच्चों पर हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 10 बजे अंजू अपने दो बेटों आर्यन और रवींद्र को गोद में लेकर खेत पर जा रही थी तभी मधुमक्खियों के झुंड ने तीनों पर हमला कर दिया। पहले रवींद्र को इलाज के लिए धामनोद स्थित अस्पताल लेकर गए, वहां से धार के भोज अस्पताल में रैफर किया। यहां से शाम छह बजे इंदौर भेजा। रात नौ बजे एमवाय अस्पताल में रवींद्र को भर्ती कर दिया था। जहां उसकी मौत हो गई। जिस समय घटना हुई, तब पिता दीपक खेत में काम कर रहे थे।
जनरल फिजिशियन डॉ. संजय दुबे का कहना है कि एक-दो मधुमक्खी हमला करती है तो उससे ज्यादा दिक्कत नहीं आती, लेकिन झुंड में मधुमक्खियों के हमला करने से रिएक्शन का खतरा बढ़ जाता है। एनाफिलेक्सिस रिएक्शन हो सकता है। यह एक प्रकार का एलर्जी रिएक्शन होता है। इससे मौत भी हो सकती है।
ग्रामीणों ने भूसा जलाकर जैसे-तैसे मधुमक्खियों को भगाया
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 10 बजे अंजू अपने दो बेटों आर्यन और रवींद्र को गोद में लेकर खेत पर जा रही थी, तभी एक पेड़ से मधुमक्खियों का झुंड बाहर निकला और तीनों पर हमला कर दिया। अंजू दोनों बेटों को गोद में लेकर गांव की ओर भागी, ग्रामीणों ने भूसा जला कर जैसे-तैसे मधुमक्खियों को भगाया। लेकिन तब तक मधुमक्खियां रवींद्र को बुरी तरह जख्मी कर चुकी थीं। स्वजन कमल ने बताया कि झुंड आकर रवींद्र के ऊपर बैठ गया था। मधुमक्खियां पेड़ पर थीं, हो सकता है किसी पक्षी के कारण वह बाहर निकल आईं और तीनों पर टूट पड़ी।