जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में बंदूक दिखाकर 1.89 करोड़ रुपये की लूट हुई है। पीड़ित ने न्यायालय के माध्यम से मानसरोवर पुलिस थाने में इस्तगासा के जरिए रिपोर्ट दर्ज करवाई है। मामला करीब डेढ़ महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन रिपोर्ट अब दर्ज हुई है। देरी से रिपोर्ट दर्ज होने के कारण की भी पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, आमेर निवासी गोविंद यादव ने रिपोर्ट में बताया कि उसका स्वजन भीवाराम 27 अगस्त को बाइक से घर जा रहा था। इस दौरान एक युवक ने उससे रोक कर कुछ दूर छोड़ने के लिए कहा। युवक ने खुद का नाम किशन बताया। बातचीत में किशन ने भीवाराम को बताया कि वह एक टीम के साथ काम करता है। यह समूह युवाओं की विदेश में नौकरी लगवाता है। इसमें वेतन करीब एक लाख रुपये प्रतिमाह होता है।
इस पर भीवाराम ने अपने दो स्वजनों को नौकरी लगवाने के लिए कहा। पांच सितंबर को मानसरोवर स्थित एक होटल में भीवराम अपने दो स्वजनों के साथ मांगे गए 1.89 करोड़ रुपये और अन्य दस्तावेज लेकर पहुंचे। कुछ देर तक बाचतीत के बाद होटल में मौजूद किशन और उसके साथियों ने भीवाराम से जबरन लूट लिया। उन्होंने भीवाराम और उसके दो स्वजनों को बंदूक दिखाकर होटल से भगा दिया। कुछ दिन तक वे शांत रहे, लेकिन बाद में लोगों ने समझाइश कर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए कहा। पुलिस ने मामला पुराना होना बताया, तो भीवराम ने जयपुर न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष इस्तगासा पेश किया। न्यायालय से पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए गए। पुलिस थाना अधिकारी अजय सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है और आगे की जांच की जा रही है।