पोरबंदर। गरबा पुरस्कार को लेकर उपजे विवाद में आयोजकों ने 11 साल की बेटी के सामने ही पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपाधीक्षक रूतु राबा ने बताया कि मंगलवार देर रात करीब दो बजे पोरबंदर में कृष्णा पार्क सोसायटी के पास पीड़ित सरमन ओडेदारा पर 7 लोगों ने कथित तौर पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। श्री राबा ने कहा कि मामले में सभी 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उनमंे राजा कुचड़िया, राजू केसवाला, रामदे बोखिरिया, प्रतीक गोरानिया और उनके तीन साथी शामिल हैं।
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार उक्त आरोपियों ने नवरात्र के अवसर पर कृष्णा पार्क से सटे एक स्कूल के पास गरबा कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसी जगह पर ओडेदारा का परिवार रहता है। ओडेदारा की पत्नी मालिबेन ने पोरबंदर में उद्योगनगर पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि उनकी 11 साल की बेटी ने गरबा कार्यक्रम में भाग लिया था। दो अलग-अलग स्पर्धा में जीत के बाद भी आयोजकों ने उसे केवल एक पुरस्कार दिया।
वह इस बात की शिकायत को लेकर आयोजकों के पास गई थी। जब मालीबेन वहां पहुंची तो केसवाला ने उन्हें आयोजकों का निर्णय स्वीकार करने को कहा। एफआईआर के अनुसार उनसे कहा गया कि या तो पुरस्कार ले लो या छोड़ दो। इसके कुछ ही समय बाद कुचड़िया और बोखिरिया भी मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर मालीबेन से बहस करने लगे। उन्होंने मालीबेन को वहां से जाने के लिए कहा, नहीं जाने पर जान से मारने की धमकी दी। प्राथमिकी के अनुसार कुचड़िया और केसवाला की पत्नियों ने भी मालीबेन से गाली-गलौज की और उन्हें वहां से जाने के लिए कहा।
इसके बाद मालीबेन और उनकी बेटी रात करीब 1 बजे घर वापस आ गए। एक घंटे के बाद जब मालीबेन और उनके पति अपने घर के बाहर बैठे थे तो चार मुख्य आरोपी उनके तीन साथी मोटरसाइकिल पर आए और ओडेदारा को लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। पति को बचाने की कोशिश में मालीबेन को भी चोटें आई। इसके बाद आरोपी ओडेदारा को अपनी मोटर साइकिल में बिठाकर गरबा स्थल पर ले गए और खूब पिटाई की। इसी दौरान पुलिस को पीड़ित की नाबालिग बेटी ने सूचना दी। पुलिस के पहुंचने के बाद ओडेदारा को पुलिस अपनी गाड़ी में अस्पताल ले गई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। फिलहाल मामले में जांच जारी है।