कोरबा। पुलिस ने आरएसएस नगर वाल्मीकि आवास निवासी युवक के कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस खूनी वारदात की वजह त्रिकोणीय प्रेम संबंध बनी। प्रेमी को अपने बचपन के प्यार से किसी और का बातचीत करना रास नहीं आया। उसने प्रेमिका के छोटे भाई के साथ मिलकर चाकू से गोद युवक को मौत के घाट उतार दिया। उसकी लाश को नहर में फेंकने के बाद दोनो फरार हो गए। मामले में पुलिस ने आरोपी युवक व अपचारी बालक को पकड़ लिया है।
यह सनसनीखेज घटना सोमवार की रात करीब 9 बजे घटित हुई थी। मानिकपुर पुलिस चौकी अंतर्गत आरएसएस नगर वाल्मिकी आवास में मनीष सारथी निवास करता था। वह सोमवार की सुबह टीपी नगर स्थित सागर एजेंसी में काम करने गया था, जहां से शाम 6 बजे घर जाने के नाम पर निकला, लेकिन घर नहीं पहुंचा। दूसरे दिन उसकी लाश कुदुरमाल़ के समीप नहर में फंसी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। पुलिस को शव निरीक्षण के दौरान मनीष के गले और शरीर के अन्य हिस्सों में धारदार हथियार के निशान मिले। कोतवाली प्रभारी रूपक शर्मा ने अपनी टीम के साथ जांच पड़ताल शुरू की। इस दौरान कुछ अहम जानकारी हाथ लगी, जिसके आधार पर पुलिस ने उरगा थानांतर्गत साजापानी निवासी दानेंद्र कंवर को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान दानेंद ने पूरी कहानी बयां कर दी।
दरअसल दानेंद्र एक युवती को बचपन से प्रेम करता था। युवती मनीष के साथ ही एजेंसी में काम करती थी। एक साथ काम करने के कारण युवती मनीष के काफी करीब आ चुकी थी। इस बात की भनक लगने पर दानेंद्र नाराज हो गया। वह लगातार युवक और प्रेमिका को समझाइश देते आ रहा था। घटना के दिन दानेंद्र अपनी प्रेमिका के छोटे भाई के साथ कोरबा आया हुआ था। इसी दौरान उसकी नजर मनीष के साथ घूम रही प्रेमिका पर पड़ी। वह गुस्से में आग बबूला हो गया। उसने मनीष को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसने मनीष को बातचीत के बहाने महावीर नगर उद्यान के समीप बुलाया। जहां दोनांे के बीच बहस होने पर दानेंद्र ने मनीष पर चाकू से वार कर दिया। घटना में गंभीर रूप से घायल मनीष की मौत हो गई। उसे नहर में फेंककर दानेंद्र नाबालिक साथी के साथ मौके से भाग निकला। पुलिस ने दानेंद्र के अलावा अपचारी बालक को भी पकड़ा है। उनकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त चाकू और बाइक जप्त भी जप्त किया गया है। मामले में धारा 302 के तहत कार्रवाई की गई है।