छत्रपति संभाजीनगर, प्रेट्र। छत्रपति संभाजीनगर में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर 28 वर्षीय एक व्यक्ति ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली। यह मराठवाड़ा में आरक्षण से संबंधित एक दिन में दूसरी आत्महत्या थी। इससे पहले हिगोली में एक 25 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली थी। पिछले कुछ महीनों में आरक्षण की मांग के समर्थन में राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई लोग अपनी जान दे चुके हैं। एक अधिकारी ने कहा कि गणेश काकासाहेब कुबेर ने छत्रपति संभाजीनगर स्थित अपटगांव में अपने घर में फांसी लगा ली।
फांसी लगाने से पहले उसने एक ब्लैक बोर्ड लिखा कि जब तक मराठा समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण नहीं मिल जाता, तब तक उसका अंतिम संस्कार न किया जाए। पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। हम कुबेर के स्वजन को हर तरह की सहायता देंगे।
किसी एक स्वजन को नौकरी देने के लिए जिला अधिकारी के माध्यम से राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भी भेजेंगे। इससे पहले गुरुवार को ही 25 वर्षीय कृष्णा कल्याणकर ने हिगोली के अखाड़ा बालापुर में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह मराठवाड़ा क्षेत्र का हिस्सा है। एक अधिकारी के अनुसार, कल्याणकर ने सुबह अपने खेत में आत्महत्या कर ली। वह खेत में ही स्थित एक पेड़ से फंदा लगाकर झूल गया। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि मैं मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर आत्महत्या कर रहा हूं।