पटना। बिहार की राजधानी पटना में अपराधी बेखौफ हो गए हैं। इसका नया उदाहरण देखने को मिला है। बिक्रम थाने से बाहर निकले बालू कारोबारी देवराज यादव उर्फ लल्लू यादव (32 वर्ष) की स्कार्पियो सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतक पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई। इस घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए। अपराधियों ने उनपर अंधाधुंध फायरिंग की, जिनमें उन्हें चार गोलियां लगीं। उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
रविवार की रात हुई इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। पुलिस ने घटनास्थल से चार खोखा बरामद किया है। बिक्रम थाने के बाहर हुई घटना के दौरान पुलिस ने मोर्चा नहीं संभाला, वह अपराधियों के भागने के बाद हरकत में आई। मृतक की पत्नी के बयान पर पांच नामजद व अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी की गई है।
भाई को थाने में ले आई थी पुलिस
जानकारी के अनुसार, रविवार की देर रात बालू कारोबारी देवराज यादव के भाई पिंटू कुमार को पुलिस एक मामले में पूछताछ के लिए थाने लाई थी। थाने से बाहर निकलते ही पूर्व से घात लगाए स्कार्पियो सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। देवराज के सिर और छाती में गोलियां लगीं और वे बेहोश होकर गिर पड़े। फायरिंग की आवाज सुनकर थाने से पुलिस कर्मी दौड़कर मौके पर पहुंचे और बेहोश देवराज को पटना एम्स लेकर गए। वहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गैस की एजेंसी के साथ बालू से जुड़ा कारोबार
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि थाने से निकलने के बाद ही चार अज्ञात बदमाशों ने पीछे से देवराज पर फायरिंग शुरू कर दी। बालू कारोबारी देवराज यादव रानीतालाब थाना के बेरर गांव निवासी गणेश यादव के पुत्र थे। उनका गैस की एजेंसी के साथ बालू से जुड़ा कारोबार है। हाल के दिनों में जिला प्रशासन की ओर से उन्हें शस्त्र लाइसेंस भी दिया गया था। स्वजनों ने बताया कि पालीगंज डीएसपी देवराज के छोटे भाई पिंटू कुमार को पूछताछ के नाम पर थाना लेकर गए थे। साथ में घर पर लगी थार गाड़ी भी पुलिस उठाकर ले गई थी। अपने भाई के संबंध में जानकारी लेने देवराज थाना में गए थे। तभी घटना हुई। थाना में देवराज यादव की पत्नी सुनीता देवी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें गांव के अजय यादव उर्फ सरपंच सहित पांच लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।