नोएडा। यूट्यूबर एवं ‘बिग बॉस ओटीटी-2’ के विजेता एल्विश यादव से मंगलवार देर रात नोएडा पुलिस ने एक पार्टी में सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल को लेकर पूछताछ की। वहीं पशु चिकित्सा विभाग की जांच में पता चला कि पिछले सप्ताह आरोपी व्यक्तियों के कब्जे से छुड़ाये गए सभी नौ सांपों में जहर ग्रंथियां गायब थीं।
एल्विश यादव, वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी के तहत आपराधिक साजिश को लेकर पिछले सप्ताह यहां दर्ज की गई प्राथमिकी में नामजद छह व्यक्तियों में से एक हैं। नोएडा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘यादव जांच में शामिल हुए। वह मंगलवार देर रात करीब 11.30 बजे थाने पहुंचे। फिर उनसे करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई और जाने दिया गया। उन्हें फिरे बुलाया जाएगा।’’
पुलिस मामले में गिरफ्तार पांच लोगों की हिरासत के लिए पहले ही आवेदन कर चुकी है। जांच समिति के प्रमुख डॉ. निखिल वार्ष्णेय ने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग ने अपनी जांच में पाया कि पांच कोबरा समेत सभी नौ सांपों में जहर ग्रंथियां गायब थीं, जिन्हें तीन नवंबर को आरोपी व्यक्तियों के कब्जे से छुड़ाया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, बचाए गए नौ सांपों में से आठ के दांत गायब थे। वन विभाग की ओर से हमें जांच करने के लिए कहा गया था और हमने आगे की कार्रवाई के लिए अपनी रिपोर्ट उसे सौंप दी है।’’ प्रभागीय वनाधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि उनके विभाग को पशु चिकित्सा विभाग से जांच रिपोर्ट मिल गई है और अब इसे आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा। श्रीवास्तव ने बताया, ”नौ सांप हमारे पास थे और आज हमने अदालत से अनुमति लेने के बाद उन्हें सूरजपुर जंगल में छोड़ दिया।”
पांचों लोगों को तीन नवंबर को सेक्टर-51 के एक बैंक्वेट हॉल से गिरफ्तार किया गया था और उनके कब्जे से पांच कोबरा सहित नौ सांपों को छुड़ाया गया था। वहीं उनके कब्जे से 20 मिलीलीटर सांप का संदिग्ध जहर भी जब्त किया गया था।पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम हरिश चंदर ने बताया कि एल्विश को पूछताछ के लिए आज दोबारा बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि एल्विश से मिली जानकारी के आधार पर वैज्ञानिक विधि और अन्य साक्ष्यों के आधार पर इस मामले की जांच की जा रही है।
अधिकारी के अनुसार एल्विश से पुलिस उपायुक्त हरिश चंदर, अपर पुलिस उपायुक्त शक्ति मोहन अवस्थी, सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश वर्मा, थाना सेक्टर-20 के प्रभारी निरीक्षक डी.पी. शुक्ला, सहित पुलिस के कई अधिकारियों ने पूछताछ की।
इस बीच वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जहरीले सांपों को सूरजपुर स्थित जंगल में छोड़ दिया गया है। बरामद नौ सांपों की सोमवार को वन विभाग के चिकित्सकों ने मेडिकल जांच की थी। वन विभाग ने सांपों को छोड़ने की अर्जी अदालत में पेश की थी। अदालत के आदेश पर सभी सांप जगल में छोड़ दिए गए।