संबलपुर। नुआपाड़ा में एक आदमखोर तेंदुए ने पिछले कई दिनों से लोगों की नाक में दम कर रखा था। वह अब तक कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है। शनिवार रात को उसे जाल बिछाकर पकड़ लिया गया। उसे संबलपुर रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया गया, जहां फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। इस दरमियान रेस्क्यू सेंटर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है।
बुधवार की सुबह नुआपाड़ा जिला के धरमबंधा थाना अंतर्गत कादोपाली से बचाए और पकड़े गए नर तेंदुए को उपचार और संगरोध के लिए संबलपुर जिला स्थित हीराकुद वन्यप्राणी प्रभाग के बचाव केंद्र में लाया गया। यह नर तेंदुआ करीब 8 वर्ष की उम्र का है।
तेंदुए का रेस्क्यू सेंटर में चल रहा इलाज
इस बारे में जानकारी देते हुए स्थानीय हीराकुद वन्यप्राणी प्रभाव की डीएफओ अंशुप्रज्ञा दास ने बताया कि मंगलवार की रात हीराकुद वन्यप्राणी प्रभाग के पशु चिकित्सकों और अधिकारियों की एक विशेष टीम ने तेंदुए को सुरक्षित रुप से नुआपाड़ा जिला से संबलपुर स्थानांतरित कर दिया। वर्तमान में इस तेंदुए का इलाज रेस्क्यू सेंटर में चल रहा है और चौबीसों घंटे उसकी निगरानी की जा रही है।
हीराकुद रेस्क्यू सेंटर आम लोगों के लिए बंद
इसके उचित उपचार के लिए हीराकुद रेस्क्यू सेंटर में लोगों के प्रवेश को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, केवल रेस्क्यू टीम और पशुचिकित्सक वहां उपस्थित रहेंगे। तेंदुए के संक्रमण की जांच के लिए विभिन्न परीक्षण (मूत्र, मल और रक्त) किए जाएंगे। संगरोध सुविधा को फूलप्रूफ बनाया गया है और सीसीटीवी कैमरे के साथ संगरोध बाड़े के अंदर पूरी निगरानी की जा रही है।
तेंदुए ने कई लोगों को बनाया अपना शिकार
गौरतलब है कि इस आदमखोर तेंदुए ने बीते कुछ दिनों में कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। नुआपाड़ा जिले में लोग इसके आतंक के साये में जी रहे थे। यह तेंदुआ घात लगाकर बैठा रहता था और मौका देखते ही अपने शिकार पर झपट पड़ता था।