ऊखीमठ (रूद्रप्रयाग)। बुधवार सुबह 8 बजे शुभ लग्न पर विशेष पूजा-अर्चना के साथ द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बीकेटीसी व हक-हकूकधारियों ने मंदिर के कपाट बंद होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
इसके बाद वह पहले रात्रि प्रवास पर गौंडार गांव पहुंचेंगे। जहां पर ग्रामीणों द्वारा अपने आराध्य को सामूहिक अर्ध्य लगाया जाएगा। 23 नवंबर को डोली रांसी गांव पहुंचेगी। जबकि 25 को शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान होगी।