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छत्तीसगढ़

भरोसा जीता फिर मां का इलाज के नाम पर 42 लाख की धोखाधड़ी, अब नहीं लौटा रही महिला

बिलासपुर। अपनी मां का इलाज के नाम पर ठगी का मामला प्रकाश में आया है। एक महिला ने प्रार्थी को अपनी बातों में फंसाकर 42 लाख रूपए की ठगी को अंजाम दिया। इसकी लिखित शिकायत अज्ञेय नगर निवासी रमिंदर सिंह भाटिया ने सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई है।

उन्होंने बताया कि अन्नपूर्णा तिवारी से पूर्व में जान पहचान हुई थी। आरोपी महिला ने आपसी रिश्ते को मजबूत करने के बाद भरोसा जीता। फिर अपनी मां का इलाज के नाम पर 2 लाख रूपए 10 नवंबर 2020 को अन्नपूर्णा तिवारी ने अपने एक मित्र डाक्टर आनंद वर्मा के खाते से ट्रांसफर कर दिया। इसी तरह वो बार-बार बहाना बनाकर पैसे वसूल करती रही। अन्नपूर्णा तिवारी द्वारा संपूर्ण रकम 6,00,000 मार्च 2021 तक लौटाने किया था, परंतुु इलाज के दौरान ही उसकी माता का देहांत हो गया। उनकी बहन की भी तबियत खराब हो गई थी। जिसके कारण अन्नूपूर्णा तिवारी के कहने तथा आश्वासन पर कि अभी पैसों की जरूरत है, कहकर प्रार्थी से लगातार पैसों की वसूली करती रही। इसी बीच जब प्रार्थी को महिला पर शक हुआ तो उसने डॉ आनंद वर्मा से संपर्क किया। जहां प्रार्थी को पता चला कि उसके अकाउंट में जो रकम ट्रांसफर हुई है, उसे अन्नपूर्णा तिवारी ने इसलिए अंतरित करवाया था। क्योंकि अन्नपूर्णा तिवारी ने डॉ आनंद वर्मा से एक फ्लैट खरीदा था। उसी फ्लेट का एडवांस के रूप में अन्नपूर्णा ने कुल रकम 6,00,000 ब्लैक डायमंड ट्रैक पार्टस प्राइवेट लिमिटेड से ट्रांसफर कराया था और उस फ्लैट की रजिस्ट्री भी 12 दिसंबर 2022 को अन्नूपूर्णा तिवारी के नाम पर हो चुकी है। तब जाकर प्रार्थी को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास हुआ। मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।