कोरबा। एक बार फिर कोयला खदान के पास जमीन धंसने की घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। एसईसीएल की विजय वेस्ट माइंस के पास यह घटना हुई है। प्रबंधन को इस बारे अवगत कराया गया है। राजस्व जिले कोरबा और एसईसीएल के चिरमिरी क्षेत्र के अंतर्गत यह मामला पेश आया। पसान वन परिक्षेत्र के जल्के-तनेरा इलाके में हुई यह तीसरी घटना बताई जा रही है।
जिला मुख्यालय से लगभग 95 किमी दूर एसईसीएल की विजय वेस्ट माइंस का संचालन अंडरग्राउंड आधार पर हो रहा है। सूचना में बताया गया कि यहां तीन फीट चौड़े क्षेत्र में काफी गहरी दरार आ गई है। भू धसान की कड़ी में इसे शामिल किया गया। जिस जगह पर यह घटना हुई उसकी गहराई को लेकर आंकलन है कि वह 50 फीट से अधिक हो सकती है। खदान के कुछ दूर पर इस तरह की घटना होने से कर्मियों के साथ-साथ नजदीकी क्षेत्र के रहवासियों में डर बना हुआ है।
हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है, जबकि इस तरह का नजारा सामने आया। इससे पूर्व ही विजय वेस्ट माइंस के नजदीक इलाके में जमीन धंसने की घटनाएं हुई है और इसे प्राकृतिक कारणों से जुड़ा हुआ बताकर पल्ला झाड़ लिया है। दावा किया जा रहा है कि खदान में उत्खनन की प्रक्रिया के दौरान जो तौर तरीके अपनाएं जाते हैं और उनसे दबाव की स्थिति उत्पन्न होने के कारण आसपास की कमजोर जमीन का कुछ हिस्सा दरार की चपेट में आ जाता है। हालांकि यह भी स्पष्ट नहीं किया गया कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या कुछ फार्मूले अपनाए जाने चाहिए।