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झारखंड

हेमंत सोरेन की बढ़ी मुश्किलें : व्हाट्एप चैट में ट्रांसफर, पोस्टिंग में धांधली का खुलासा

झारखंड। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भूमि घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अब ईडी ने हेमंत सोरेने और एक करीबी सहयोगी की व्हाट्सएप चैट रिकॉर्ड पीएमएलए अदालत में पेश की। जिसमें ईडी ने दावा किया कि व्हाट्सएप चैट में साफ दिखाई दे रहा है कि भारी रकम के साथ राज्य सरकार के अधिकारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग से संबंधित जानकारी पर चर्चा की गई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन को उनकी पांच दिन की रिमांड खत्म होने पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत में पेश किया गया था, इस दौरान ईडी ने यह दलीलें दी।

विशेष अदालत में न्यायाधीश दिनेश राय की अदालत को सूचित करते हुए ईडी ने कहा कि हेमंत सोरेन के खिलाफ जांच सिर्फ जमीन धोखाधड़ी अधिग्रहण तक सीमित नहीं थी बल्कि सोरेन से जुड़ी कई अन्य संपत्तियां भी हैं। जिसके बाद अदालत ने उनकी हिरासत पांच दिन के लिए बढ़ा दी है।

गौरतलब है कि हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी को यहां कांके रोड स्थित उनके आधिकारिक आवास पर लगभग सात घंटे की पूछताछ के बाद राजभवन से गिरफ्तार किया था। एजेंसी द्वारा हिरासत में लेने से पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। ईडी ने अदालत से कहा कि हेमंत सोरेन हिरासत के दौरान कई अन्य संपत्तियों का विवरण भी सामने आया है। जिसके बारे में हेमंत सोरेन अभी तक सही जानकारियां नहीं दी हैं और न ही सहयोग दिया है।

हेमंत सोरेन और उनके करीबी सहयोगी विनोद सिंह के बीच की व्हाट्सएप चैट का जिक्र किया गया। जिसमें दावा किया गया कि चैट में कई गोपनीय दस्तावेज, कई संपत्तियों को विवरण था। ईडी ने कहा कि चैट्स में न सिर्फ संपत्तियों से जुड़े गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है बल्कि स्थानांतरण, पोस्टिंग और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के कई प्रवेश पत्र साझा करने के संबंध में चैट में बात की गई थी। इससे लगता है कि इसमें भी धन का लेन-देन बड़े स्तर पर हुआ है। हेमंत सोरेन और विनोद सिंह के बीच व्हाट्सएप पर हुई बातचीत की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए ईडी ने कहा कि ये केवल ‘कुछ नमूने’ थे और ऐसी बातचीत 530 से अधिक पन्नों तक चलती है।