अगर किडनी में किसी तरह की समस्या महसूस हो रही है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका गहरा असर सेहत पर पड़ सकता है। दरअसल, किडनी फेल्योर यानी किडनी डैमेज होने की स्थिति में शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर नहीं आ पाते हैं और कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं। किडनी डैमेज होने से पहले अक्सर शरीर में वॉर्निंग साइन देखने को मिलते हैं, लेकिन इन्हें इग्नोर करने पर खतरा बढ़ जाता है। इसलिए कभी भी कुछ लक्षणों को नजरअंदाज करने से बचना चाहिए।
जी मिचलाना- किडनी में खराबी होने पर अक्सर जी मिचलाने जैसा महसूस होता है। ऐसी स्थिति को कभी भी इग्नोर नहीं करना चाहिए, वरना आगे चलकर बड़ी समस्या हो सकती है। जब भी ऐसा लगे तो तुरंत जाकर हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह लेनी चाहिए।
भूख कम लगना-अगर किडनी में किसी तरह की खराबी है तो भूख में अचानक से कमी आ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब किडनी सही तरह काम नहीं करती है तो शरीर की अतिरिक्त गंदगी बाहर नहीं आ पाती है और भूख कम लगती है। ऐसे में पेट हमेशा भरा-भरा सा लगता रहता है।
थकान-कमजोरी-दिनभर थकान और कमजोरी होना भी किडनी डैमेज होने की वॉर्निंग साइन मानी जाती है। ऐसी कंडीशन को गलती से भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। कई लोग शरीर में कमजोरी महसूस होने पर इसे टालते रहते हैं, जो बाद में चलकर गंभीर हो सकती है।
नींद न आना- रात में अगर अच्छी और गहरी नींद नहीं आ रही है तो सावधान हो जाइए, क्योंकि ये किडनी डैमेज होने की तरफ इशारा हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से फौरन संपर्क करें और समय पर इलाज करवाएं, ताकि आपकी किडनी सुरक्षित रहे.
पेशाब कम या ज्यादा -ज्यादा या कम पेशाब आना भी किडनी डैमेज होने की ओर इशारा करती है। ऐसी स्थिति को भी नजरअंदाज करने के अलावा डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इससे कई समस्याएं पहले ही हल हो सकती हैं और आपकी किडनी की सेहत सही समय पर सुधर सकती है।