नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बॉर्डरों को सील कर दिया गया है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। इसी बीच अब खबर है कि दिल्ली पुलिस ने 30,000 आंसू गैस के गोले का ऑर्डर दिया है। पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने का आदेश दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार पंजाब के किसानों को किसी भी कीमत पर दिल्ली में एंट्री नहीं करने देंगे। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है।
दिल्ली पुलिस वर्ष 2020 की तरह इस बार कोई गलती नहीं करना चाहती। पिछली बार किसान दिल्ली में घुसकर सीमाओं पर सड़क पर ही बैठ गए थे। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने पुलिस आयुक्त को किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली में नहीं घुसने देने के आदेश दिए हैं। ऐसे में पुलिस ने इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। गाजीपुर, सिंघु व टीकरी बॉर्डर और नई दिल्ली जिले में ही 30 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सुरक्षा व्यवस्था की खुद कमान संभाल रखी है। वे सुबह से ही बॉर्डरों पर पहुंचकर व्यवस्था की जानकारी ले रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की 200 कंपनियां (एक कंपनी में 70 से ज्यादा पुलिसकर्मी होते हैं) सिंघु, टीकरी व गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात हैं। गृह मंत्रालय ने पुलिस को 82 कंपनियां दी हैं। इसके अलावा पुलिस कार्यालय में काम करने वाले पुलिसकर्मियों की 150 कंपनियों को सुरक्षा में तैनात किया गया है। लोकल पुलिस भी मुस्तैद है। नई दिल्ली में ही आउटर फोर्स के ही 1260 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
पुलिस किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने नहीं देगी। अगर किसान किसी तरह प्रवेश कर गए तो उन्हें छत्रसाल स्टेडियम में प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, अभी दिल्ली सरकार ने स्टेडियम को डिटेंशन सेंटर बनाने से इंकार कर दिया है। स्टेडियम में प्रदर्शन के लिए उपराज्यपाल से अनुमति मांगी जाएगी।
जिला पुलिस आयुक्त देवेश कुमार महला ने लिया सुरक्षा का जायजा
नई दिल्ली जिला पुलिस आयुक्त देवेश कुमार महला ने बताया कि जिले में ही 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी नजर रख रहे हैं। गृहमंत्री, प्रधानमंत्री आवास समेत अन्य वीवीआईपी जगहों की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है। इसके अलावा महत्वपूर्ण जगहों पर पिकेट व स्पेशल पेट्रोलिंग करवाई जा रही है।