नई दिल्ली। वेदांता (Vedanta) कर्ज घटाने की तैयारी में है और कंपनी अपना स्टील बिजनेस बेचना चाहती है। अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता अपना स्टील बिजनस बेचने जा रही है। आर्सेलर मित्तल के लक्ष्मी मित्तल ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है, लेकिन उन्हें अपने एक पुराने साथी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
आर्सेलर मित्तल के पूर्व एग्जीक्यूटिव जय सराफ वेदांता की स्टील कंपनी ईएसएल स्टील के लिए बोली लगाने पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इसके लिए वह एक कंसोर्टियम बना रहे हैं। इसमें निथिया कैपिटल और कुछ फाइनेंशियल इन्वेस्टर्स शामिल हो सकते हैं।
मित्तल स्टील बोर्ड के एग्जीक्यूटिव मेंबर रहे सराफ ने 2010 में निथिया कैपिटल की स्थापना की थी। वेदांता के मुताबिक ईएसएल स्टील का वैल्यूएशन 10,000 करोड़ है लेकिन उसे इससे कम पर समझौता करना पड़ सकता है।
कर्ज में डूबी वेदांता ने अपने नॉन-कोर एसेट्स को बेचने की घोषणा की है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि उसके स्टील बिजनस में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने दिलचस्पी मिली है। अगले कुछ महीनों में डील होने की उम्मीद है।