कोरबा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों और अन्य जंगली जानवरों की निगरानी के लिए बने वॉच टावर का कार्य लंबे समय से अधूरा पड़ा हुआ है। आलम यह है कि वॉच टावर में लगाई गई सामग्रियों की चोरी हो चुकी है। उपयोग नही होने से वॉच टावर जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। ऐसे में जानवरों की निगरानी भी नहीं होने से ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में वॉच टावर का निर्माण वर्षो पूर्व किया गया था। वॉच टावर निर्माण के लिए लाखों रूपए भी खर्च किए गए थे। साथ ही विभिन्न सामग्रियों की खरीदी भी की गई थी। उपयोग नहीं होने की वजह से वॉच टावर जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। आलम है कि वॉच टॉवर से सामग्रियों की चोरी हो रही है। वॉच टावर का उपयोग नहीं होने से जंगल में हाथियों व अन्य हिंसक जानवरों की निगरानी भी नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि वॉच टावर में लगे फिशिंग तार की चोरी हो चुकी है। वॉच टावर का निर्माण कटघोरा वन मंडल जटगा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत केपा मद से किया गया था। राज ग्वालियन, पोड़ी गोसाई, जटगा वन परिक्षेत्र के पीछे मातिन दाई पहाड़ के नीचे और अन्य स्थानों पर वॉच टावर का निर्माण किया गया है। जोकि अधूरा पड़ा हुआ है।