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बिहार

चोरी के शिकार एनआरआई से मुर्गा खाने वाले दोनों पुलिस कर्मी निलंबित, मांगा गया स्पष्टीकरण

पटना। कनाडा के व्यवसायी रितेश बत्रा का ऑटो में रखा बैग ले भागने की जांच में लगाए गए दोनों सिपाही उल्टे व्यवसायी के पैसों से ही मुर्गे की टांग खाने में नप गए। बताए गए स्थान के सीसी कैमरे का फुटेज खंगालने के क्रम में सिपाहियों को भूख लग गई थी। चोरी के शिकार एनआरआइ से मुर्गा खाने वाले दोनों पुलिसकर्मी निलंबित हो गए हैं। अपने पैसे से खाने की बजाय सिपाहियों ने पीड़ित एनआरआइ से होटल में चिकन खाया।

पीड़ित के अनुसार बैग में 27 हजार नकद, स्मार्ट वाच, पत्नी व बच्चे के अन्य सामान थे। दोनों पुलिस कर्मियों के कहने पर पीड़ित ने उनके भोजन के साढ़े आठ सौ रुपये का भुगतान तो कर दिया, लेकिन यह बात वरीय अधिकारियों तक पहुंच गई।

प्रारंभिक जांच में ही दोनों पुलिस कर्मियों पर गाज गिर गई। सिटी एसपी चंद्र प्रकाश ने बताया कि कोतवाली थाने में तैनात दोनों पुलिसकर्मी डबलू कुमार व विनय कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं, ऑटो चालक से पूछताछ कर उसे छोड़ने के मामले में कोतवाली इंस्पेक्टर राजन कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

आरोप सही होने पर जा सकती है दोनों की नौकरी

सिटी एसपी ने बताया कि यह गंभीर आरोप है। दोनों पुलिस कर्मियों के विरुद्ध मुफ्तखोरी की शिकायत की जांच डीएसपी, कोतवाली कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोनों बर्खास्त भी किए जा सकते हैं। वहीं, घटना के दिन पीड़ित से आवेदन लेने में आनाकानी करने के आरोप लगाए गए हैं।

घटना में दिन में हुई, परंतु रात में केस दर्ज करने, वहीं बैग लेकर फरार आरोपित आटो चालक को थाने बुला कर उसे छोड़ देने का आरोप है। थानेदार से इन आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

किराया मिलते ही सामान लेकर हुआ फरार

छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी रितेश कनाडा में व्यापार करते हैं। वह पटना गुरुद्वारा में दर्शन करने आए थे। यहां आने के बाद वह डाकबंगला चौराहा के पास पत्नी एवं बेटे के साथ होटल में ठहरे थे।

शुक्रवार को पटना सिटी स्थित गुरुद्वारा जाने के लिए पटना जंक्शन से आटो बुक किया, लेकिन चालक ने उन्हें जेपी गंगा पथ घुमाकर तारामंडल के पास छोड़ दिया। उतरते वक्त चालक ने उन्हें आटो में रखा बैग उतारने का अवसर नहीं दिया और किराया मिलते ही बैग लेकर भाग निकला।