रायपुर। भिलाई इस्पात संयंत्र में कुछ माह पूर्व निर्मित कोको ओवंस के कोल केमिकल प्लांट तीन में बुधवार की देर रात भीषण आग लगने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
कोल से कोक बनाने के दौरान बहुत से रासायनिक तत्व निकलते हैं, जिन्हें ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें आग बहुत ही तेजी से फैलती है क्योंकि बायप्रोडक्ट में ज्वलनशील पदार्थ होता है। बीएसपी के अधिकारियों ने बताया कि अत्यधिक गर्मी के कारण यह आग लगी थी। करीब डेढ़ घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस घटना के बाद बीएसपी में काम ठप हो गया है।
प्रबंधन के सूत्रों के अनुसार कोल केमिकल प्लांट में विभिन्न तरह के गैस का मिश्रण किया जाता है। इसके बाद इस गैस का उपयोग लौह उत्पादन में किया जाता है। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
प्रधानमंत्री ट्रॉफी प्राप्त यह कारखाना राष्ट्र में रेल की पटरियों और भारी इस्पात प्लेटों का एकमात्र निर्माता तथा संरचनाओं का प्रमुख उत्पादक है। देश में 260 मीटर की रेल की सबसे लम्बी पटरियों के एकमात्र सप्लायर, इस कारखाने की वार्षिक उत्पादन क्षमता 31 लाख 53 हजार टन इस्पात की है। यह कारखाना वायर रॉड तथा मर्चेन्ट उत्पाद जैसे विशेष सामान भी तैयार कर रहा है।