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क्या है आदर्श चुनाव आचार संहिता ?…नियम नहीं माने तो जेल की हवा खानी पड़ सकती है

नई दिल्ली। निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग आचार संहिता को लागू करती है। आज जब लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया तो आचार संहिता भी अपने आप लागू हो जाएगी। ऐसे में चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों को इसका पालन करना बेहद जरूरी हो जाएगा। इसके कुछ नियम होते है जो की पूरे चुनावी प्रक्रिया के दौरान भाजपा, कांग्रेस और अन्य पार्टियों के दलों को मानने पड़ते है। आचार संहिता चुनाव खत्म होने तक लागू रहते है।

अगर नियम नहीं माने तो…

राजनीतिक दल या कोई उम्मीदवार आचार संहिता का पालन नहीं करता है तो उस पर चुनाव आयोग की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाती है। जैसे- चुनाव नहीं लड़ने दिया जाएगा। आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। साथ ही जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।

क्या होते हैं नियम?

■ आचार संहिता के तहत कोई भी सत्ताधारी दल सरकारी योजनाएं, लोकार्पण, शिलान्यास या भूमि पूजन भी नहीं कर पाएगा।
■ सरकारी गाड़ी, सरकारी विमान या सरकारी बंगले का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जाएगा।
■ चुनावी रैली या जुलूस निकालने पर पुलिस से मांगनी होगी अनुमति।
■ धर्म या जाति के नाम पर वोट नहीं मांग सकते।
■ चुनाव प्रचार में किसी भी व्यक्ति की जमीन या घर या कार्यालय की दीवार पर उसकी अनुमति के बिना पोस्टर, बैनर या झंडा नहीं लगाया जा सकता।
■ वोटिंग के दौरान शराब की दुकान बंद रहेगी।
■ चुनाव प्रचार के दौरान शराब बांटना आचार संहिता का उल्लंघन करना होगा।
■ वोटिंग वाली जगह साधारण हो, इसमें किसी भी तरह की प्रचार सामाग्री नहीं लगी हो।
■ गलत आचरण वाली सभी गतिविधि से दूर रहे राजनीतिक दल।
■ मतदान केंद्र तक जाने के लिए कोई भी पार्टी अपनी गाड़ी की सुविधा नहीं ले सकता है।
■ राजनीतिक दल वोटर को अपने पक्ष में वोट करने के लिए डरा और धमका नहीं सकता।

आचार संहिता लागू होने के बाद भी नहीं रुकेंगे ये 10 काम

◆ पेंशन बनवाना.
◆ आधार कार्ड बनवाना.
◆ जाति प्रमाण पत्र बनवाना.
◆ बिजली-पानी संबंधित काम.
◆ साफ-सफाई संबंधी काम.
◆ इलाज के लिए आर्थिक सहयोग लेने जैसे काम.
◆ सड़कों की मरम्मत का काम.
चालू प्रोजेक्ट पर भी कोई रोक नहीं लगेगी.
◆ आचार संहिता का बहाना बनाकर कोई अधिकारी आपके ये जरूरी काम नहीं टाल सकता
◆ जिन लोगों ने मकान के नक्शे के लिए पहले ही आवेदन दे दिया है उनके नक्शे पास होंगे, लेकिन इसके लिए नए आवेदन नहीं लिए जायेंगे.

आदर्श आचार संहिता कितने दिनों तक लागू रहती है?

चुनाव आयोग द्वारा चुनाव तारीखों की घोषणा की तारीख से इसे लागू किया जाता है और यह चुनाव प्रक्रिया के पूर्ण होने तक लागू रहती है. लोकसभा चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता पूरे देश में जबकि विधानसभा चुनावों के दौरान पूरे राज्य में लागू होती है.