गाजीपुर। माफिया मुख्तार अंसारी का शव उसके पुश्तैनी कब्रिस्तान युसुफपुर के कालीबाग में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किया गया था। मुख्तार की कब्र उसके पिता सुभानउल्ला अंसारी व मां बेगम राबिया खातून की कब्र के समीप खोदी गई। मुख्तार के जनाजे में भारी संख्या में लोग उमड़े थे।
मुख्तार के स्वजन में उनके बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी, पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, भतीजे मुहम्मदाबाद विधायक सुहेब अंसारी, बेटा उमर अंसारी सहित सभी ने मुख्तार के कब्र पर मिट्टी देकर अंतिम विदाई दी। कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार के लोगों को जाने की अनुमति थी, इसलिए लोग कब्रिस्तान के बाहर जुटे थे। लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए मुख्तार के बेटे उमर ने खुद माइक ले लिया। उसने लोगों से पीछे हटने की अपील की, साथ ही लोगों को शांति बनाने की भी अपील की। भारी पुलिस बल और लोगों के हुजूम के बीच मुख्तार अंसारी को दफन कर दिया गया।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह भी स्वयं मौके पर मौजूद रहे और सुरक्षा को लेकर मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें बेटा पिता मुख्तार की मूछों को ताव देता नजर आ रहा है। नम आंखों से उमर अंसारी ने अपने पिता की मूंछों को आखिरी बार ताव दिया। दरअसल मुख्तार अंसारी को बड़ी मूछों का बहुत शौक था। अक्सर वह अपनी मूछों को सही करने और ताव देते नजर आते थे।