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छत्तीसगढ़ रायपुर

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पकड़ मजबूत करने आधुनिक हथियारों से लैस होगी पुलिस

रायपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पुलिस योजना बना रही है। इस योजना के तहत स्नाइपर राइफलें, नाइट विजन डिवाइस और इलेक्ट्रॉनिक फायरिंग वेपन सिम्युलेटर (बेसिक) खरीदेगी।

इन हथियारों में 60 सायलेंसर वाली एके-47 के अलावा नाइट विजन डिवाइस, इलेक्ट्रोनिक फायरिंग वेपन और टेलीस्कोप डिवाइस शामिल हैं। बता दें कि 2019 तक ये हथियार इजराइल से खरीदे जाते थे। इस बार केंद्र सरकार ने रूस के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है।

हाल ही में हथियारों की खरीदी के लिए टेंडर निकाला गया है। इससे पहले भी टेंडर निकाला गया था, जो किन्हीं कारणों से रद्द हो गया था। जिस रायफल के लिए टेंडर निकाला गया है, उसकी खासियत यह है कि इसकी गोली बेहद साइलेंट तरीके से चलती है। यह एक सेकेंड में 10 और एक मिनट में 600 गोलियां फायर करती है। इसकी गोलियां 780 मीटर प्रति सेकेंड की गति से चलती हैं और इसकी रेंज 700 मीटर तक है।

स्नाइपर राइफलें घातक हथियार हैं जो पुलिस को दूर से दुश्मनों पर सटीक निशाना लगाने में मदद करती हैं। वर्तमान में, सेना और विशेष बल इन राइफलों का उपयोग करते हैं। पुलिस को इन राइफलों का उपयोग करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी।

नाइट विजन डिवाइस पुलिस को अंधेरे में भी दुश्मनों को देखने में मदद करेंगे। सेना वर्तमान में सीमा पर इन उपकरणों का उपयोग करती है। इन उपकरणों का उपयोग करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।

इलेक्ट्रॉनिक फायरिंग वेपन सिम्युलेटर (बेसिक) सैनिकों को वास्तविक परिस्थितियों में गोलीबारी का अभ्यास करने में मदद करेंगे। इन सिम्युलेटर में वेपन सिम्युलेटर भी शामिल है जो असली हथियारों की तरह दिखते हैं और महसूस करते हैं। सिम्युलेटर बुलेट के बजाय लेजर का उपयोग करते हैं। पुलिस दो प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक राइफलें खरीदेगी। इस योजना से छत्तीसगढ़ पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में बढ़त हासिल होगी।

दो महीने के अंदर ये हथियार राज्य के सशस्त्र बलों को सौंप दिए जाएंगे। हथियार खरीदने के लिए बुधवार को ग्लोबल टेंडर जारी किया गया है। एके-47 सायलेंसर राइफल को वर्तमान में विश्व की सबसे खतरनाक रायफल माना जा रहा है।