कानपुर। रतनलाल नगर स्थित इंद्रप्रस्थ अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर बुधवार देर रात भीषण आग लग गई। रसोई घर से लगी आग चौथी मंजिल पर पहुंच गई और चारों ओर धुआं भर गया। इस दौरान चार परिवार आग के बीच फंस गए। चीखपुकार और बदहवासी के बीच दमकल कर्मियों ने करीब 35 मिनट बाद स्थानीय लोगों की मदद से 14 फंसे लोगों को सीढ़ियों के रास्ते सुरक्षित नीचे उतारा। इस दौरान धुएं की वजह से एक युवती बेहोश भी हो गई। आग से तीनों परिवारों की गृहस्थी जलकर राख हो गई, जिसमें लाखों के नुकसान का अनुमान है। 27 वर्ष पहले बने अपार्टमेंट में आग बुझाने के इंतजाम नहीं थे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि आग बुझा ली गई है। इसके पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
अपार्टमेंट में करीब 20 टावर हैं। एच-ब्लाक स्थित चार मंजिला टावर के हर तल पर चार फ्लैट हैं। तीसरी मंजिल पर नमकीन कारोबारी नरेश असनानी का परिवार रहता है और दो फ्लैट इन्हीं के स्वामित्व में हैं, जबकि अन्य दोनों फ्लैट में टेकचंद्र और आशु दुग्गल के परिवार रहते हैं। रात करीब साढ़े दस बजे जब नरेश असनानी परिवार के साथ खाना खा रहे थे, तभी किचन में आग लग गई। कारोबारी की पत्नी पिंकी किचन में गई तो आग की लपटें देखकर शोर मचाते हुए बाहर भागीं। देखते ही देखते आग ने तीसरी मंजिल के सभी फ्लैटों को अपने आगोश में ले लिया। तीनों ही परिवार फंस गए। इस दौरान आग चौथी मंजिल तक जा पहुंची और यहां रहने वाले रंजीत गोलानी, उनकी पत्नी मीरा और दोनों बेटियां पूजा और प्रिया आग में फंस गईं। इस दौरान पूजा बेहोश हो गई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा किदवई नगर, फजलगंज और पनकी से छह गाड़ियां और रेस्क्यू वैन लेकर पहुंचे। अग्निशमन विभाग के जवानों ने मशक्कत के बाद तीसरी और चौथी मंजिल पर आग में फंसे परिवारों को जीने के रास्ते बाहर निकाला। नवंबर में ही कारोबारी नरेश असनानी के बेटे अंशुल की शादी होनी थी, लेकिन आग ने उनकी गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख कर दिया।