मथुरा । इस्कॉन के सबसे वरिष्ठ संन्यासियों में से एक और इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन हो गया है। रविवार सुबह देहरादून में उनका निधन हुआ। उनके निधन की खबर से भक्तों व वृंदावन सहित विश्व के सभी मंदिरों में शोक की लहर है।
सोमवार को गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का पार्थिव शरीर वृंदावन लाया जाएगा। इस्कॉन मंदिर में प्रभुपाद की समाधि के पास ही अंतिम दर्शन को सुबह 11 बजे से रखा जाएगा। दोपहर 2.30 बजे करीब उनको इस्कॉन की गोशाला के पास समाधि दी जाएगी।
इस्कॉन मंदिर, वृंदावन के पदाधिकारी बृजधाम दास की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार विश्व भर में उनके लाखों भक्त हैं। वे भक्त अंतिम दर्शन के लिए वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में आएंगे। भक्तों में उनके निधन से शोक की लहर है।
बता दें कि गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। तीन दिनों से उनका इलाज सिनर्जी अस्पताल में चल रहा था। रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
दिल्ली में जन्मे थे गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज
1944 में नई दिल्ली में जन्मे गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एक मेधावी छात्र थे, जिन्हें सोरबोन विश्वविद्यालय (फ्रांस) और मैकगिल विश्वविद्यालय (कनाडा) में अध्ययन करने के लिए दो छात्रवृत्तियां प्रदान की गई थीं। उन्होंने 1968 में कनाडा में अपने गुरु और इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद से मुलाकात की और तब से उन्होंने सभी की शांति और कल्याण के लिए भगवान कृष्ण और सनातन धर्म की शिक्षाओं को दुनिया के साथ साझा करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया।
इस्कॉन मंदिर में की जा रहीं तैयारियां
गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के पार्थिव शरीर को समाधि देने की तैयारी वृंदावन इस्कॉन में की जा रही है। इधर, पुलिस-प्रशासन के लिए भी सोमवार को भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करना चुनौती रहेगा। आशंका जताई जा रही है कि करीब दो से ढाई लाख भक्त उनके अंतिम दर्शन को वृंदावन आ सकते हैं।
-प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जताया शोक
SKCON के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया है। हार्ट डिजीज के चलते वे अस्पताल में भर्ती थे। देहरादून के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, ‘गोपाल कृष्ण गोस्वामी का जीवन और विरासत दुनिया भर की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।’ पीएम मोदी ने तस्वीर शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, ‘परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। श्रीकृष्ण के प्रति अपनी महान भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से मानवता की सेवा के साथ, उन्होंने हमें दिखाया कि भगवद गीता के पाठों को अभ्यास में कैसे लाया जाए। उनका जीवन और विरासत दुनिया भर की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके भक्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ।’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर लिखा, ‘श्री गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एक श्रद्धेय आध्यात्मिक प्रतीक थे, जिन्हें भगवान श्री कृष्ण के प्रति उनकी अटूट भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से उनकी अथक सेवा के लिए विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता था। उनकी शिक्षाओं में दूसरों के प्रति भक्ति, दया और सेवा के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने इस्कॉन के सामुदायिक सेवा प्रयासों का विस्तार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य और जरूरतमंदों की सेवा जैसे क्षेत्रों में। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं सभी भक्तों के साथ हैं। शांति।’
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘इस्कॉन (ISKCON) के प्रमुख परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ। महाराज जी का गोलोकगमन आध्यात्मिक जगत एवं संत समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। भगवान श्री कृष्ण पुण्यात्मा को अपनी नित्य निकुंज लीला में स्थान प्रदान करें, ऐसी मेरी प्रार्थना है। विनम्र श्रद्धांजलि !’