भुवनेश्वर। देश के अधिकांश राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है। ओडिशा में जानलेवा गर्मी का कहर दिख रहा है। ओडिशा में भीषण गर्मी की चपेट में आकर 72 घंटे में 99 लोगों की मौत हुई है। इन सभी मामलों में से सनस्ट्रोक से 20 लोगों की मौत की पुष्टि पोस्टमार्टम और जांच के आधार पर की गई है। गर्मी के इस सीजन में मौत का आंकड़ा 140 के पार पहुंच चुका है।
ओडिशा समेत कई राज्यों हालात गंभीर हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले शुक्रवार से अब तक भीषण गर्मी और लू के प्रकोप के कारण 99 लोगों की मौत होने का संदेह है। बयान में बताया गया कि पोस्टमार्टम और प्रशिक्षण के बाद 20 लोगों की मौत सनस्ट्रोक से होने की पुष्टि की गई। इसमें कहा गया कि बाकी मामलों में जांच जारी है।
बयान में कहा गया कि इससे पहले सनस्ट्रोक के कारण 42 संदिग्ध मौत के मामले दर्ज किए गए थे तथा उनमें से छह मामलों में भीषण गर्मी के प्रकोप की वजह से मृत्यु की पुष्टि हुई थी और अन्य की मौत अन्य कारणों से हुई। अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मौत बालांगीर, संबलपुर, झारसुगुड़ा, क्योंझर, सोनपुर, सुंदरगढ़ और बालासोर जिले में दर्ज की गईं।
मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना और विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने रविवार को जिलाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जिला प्रशासन को लू संबंधी परामर्श को लागू करने तथा एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए। जिलों को यह भी कहा गया कि वे अनुग्रह राशि की मंजूरी के लिए तापघात से हुई प्रत्येक संदिग्ध मौत के मामले में पोस्टमार्टम कराना सुनिश्चित करें।
अधिकारियों ने कहा कि प्रत्येक मौत का सही कारण जानने के लिए स्थानीय राजस्व अधिकारी और स्थानीय चिकित्सा अधिकारी द्वारा संयुक्त जांच भी की जानी चाहिए. उत्तर भारत में भी भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इसके चलते अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। आग लगने की घटनाएं भी बढ़ी हैं।