बलौदाबाजार। जिला मुख्यालय में सतनामी समाज के प्रदर्शन ने उग्र रूप धारण कर लिया। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर -एसपी कार्यालय में आग लगा दी। इसके साथ ही कलेक्टर परिसर में खड़े कई वाहनों को भी फूंक दिया है।
दरअसल गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक जैतखाम में हुई तोड़फोड़ को लेकर सतनामी समाज आक्रोशित है। समाज ने आज बलौदाबाजार जिले में जमकर बवाल मचाया। बलौदाबाजार-भाटापारा में जमकर प्रदर्शन किया। हिंसक भीड़ ने इस दौरान कलेक्टर-एसपी कार्यालय में आग लगा दी। परिसर में खड़े सैकड़ों मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहनों को भी फूंक दिया।
भीड़ के उग्र होने के बाद यहां पथराव शुरू हो गया। पथराव के बाद कई पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर मौके से भागे। हालांकि भीड़ के उग्र होने के बाद भी लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया गया। वहीं, उग्र भीड़ ने तोड़फोड़ करते हुए दमकल विभाग की गाड़ियों पर भी हमला बोला है।
दूसरी ओर गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक जैतखाम में हुई तोड़फोड़ में न्यायिक जांच होगी। सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। सतनामी समाज के विभिन्न संगठनों और प्रतिनिधियों की मांग पर जांच कराने की घोषणा की गई है।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की है। बता दें कि 15-16 मई की रात को कुछ असमाजिक तत्वों ने जैतखांभ को क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी।
जानें क्या था मामला
बताया जाता है कि गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक 15-16 मई की रात को कुछ असमाजिक तत्वों ने जैतखाम को क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। दूसरी ओर समाज का कहना है कि इस मामले में पर्दे के पीछे कई और भी आरोपी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया जाए। समाज की इस मांग पर राज्य सरकार ने न्यायिक जांच कराने की घोषण भी की है।