एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल में सात महिला मंत्रियों को जगह मिली है। विभागों के बंटवारे में निर्मला सीतारमण वित्त के साथ कॉरपोरेट मामलों की मंत्री बनाई गई हैं। अब जब विभागों का बंटवारा हो गया है तो आइये जानते हैं कि महिलाओं में किसे क्या जिम्मेदारी मिली है?
निर्मला सीतारमण पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर भरोसा दिखाया है। निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री के साथ कॉरपोरेट मामलों की मंत्री बनाई गई हैं। निर्मला सीतारमण इससे पहले भी मोदी सरकार में वित्त मंत्री थीं। उन्हें एक बार फिर कैबिनेट मंत्री के रूप में मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।
अनुप्रिया पटेल: उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट से नवनिर्वाचित लोकसभा सांसद अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभालेंगी।
कल अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया ने राज्य मंत्री के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने लोकसभा का लगातार तीसरी बार चुनाव जीता है। अनुप्रिया पहले भी राज्य मंत्री रह चुकी हैं।
सावित्री ठाकुर: मध्य प्रदेश के धार से सांसद सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री का जिम्मा मिला है। उनका जन्म 1 जून 1978 को हुआ था। वे आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की पृष्ठभूमि से आती हैं। मध्य प्रदेश के धार लोकसभा सीट से दो लाख से अधिक वोटों से जीतने वालीं सांसद सावित्री ठाकुर को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। मोदी 3.0 में उन्हें मंत्री बनाया गया है। चुनाव में सावित्री ने कांग्रेस उम्मीदवार राधेश्याम मुवेल को करारी शिकस्त दी थी।
निमूबेन बंभानिया: गुजरात से लोकसभा सांसद चुनी गईं निमूबेन बंभानिया उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाई गई हैं। भाजपा की 57 वर्षीय सांसद निमूबेन बंभानिया को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के उमेश मकवाना को 4.55 लाख मतों के बड़े अंतर से हराया है। वे 2009-10 और 2015-18 के बीच भावनगर की मेयर के रूप में भी काम कर चुकी हैं। 2013 से 2021 के बीच भाजपा महिला मोर्चा की गुजरात इकाई की उपाध्यक्ष रहीं, पूर्व शिक्षक बंभानिया 2004 में भाजपा में शामिल हुईं। बंभानिया ओबीसी कोली समुदाय से आती हैं। उनके पति भावनगर में एक स्कूल चलाते हैं।