Home » ‘चंद्रयान तीन विश्व कीर्तिमान ग्रंथ’ का भव्य विमोचन
छत्तीसगढ़

‘चंद्रयान तीन विश्व कीर्तिमान ग्रंथ’ का भव्य विमोचन

रायपुर/कोरबा। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल ‘चंद्रयान तीन विश्व कीर्तिमान ग्रंथ’ जो एक विश्वस्तरीय विशाल काव्यमयी साझा संकलन है, का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन 23 जून को रायपुर वृंदावन हॉल में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान के तत्वावधान में किया गया।

‘गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड’ से सम्मानित डॉ. आशा आजाद द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। श्रीमती उर्मिला देवी ने स्वागत भाषण में किताब की संपूर्ण जानकारी दी।अतिथियों के सम्मान के पश्चात ‘चंद्रयान तीन विश्व कीर्तिमान ग्रंथ’ का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजेश्री महंत रामसुंदर दास महाराज रहे। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. सुशील त्रिवेदी, विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ.उदयभान सिंह चौहान, डॉ. स्नेहलता पाठक, रामेश्वर शर्मा, डॉ. शकुंतला तरार, डॉ. सोनल राजेश शर्मा आदि मौजूद रहे।

इस दौरान राजेश्री महंत रामसुंदर दास महाराज ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। विश्व की प्रथम किताब जो भारत के चंद्रयान पर लिखी गई है। वैज्ञानिकों के अनुसंधान को बहुत ही सुंदर काव्य रूप में अलंकृत किया गया है। भारत के 21 अन्य राज्यों के साथ, छत्तीसगढ़ के 100 साहित्यकार के साथ, विदेशों से भी इस किताब में जुड़े हैं।

डॉ. सुशील त्रिवेदी ने कहा कि वैज्ञानिक उपलब्धियों पर इस प्रकार के काव्य संग्रह का यह प्रथम एवं अद्भुत प्रयास अत्यंत प्रशंसनीय है। इस मंच से कई साहित्यकारों की किताबों का भी विमोचन हुआ।

यह विशाल काव्यमयी साझा संकलन भारत की उपलब्धि पर भिन्न-भिन्न अभिव्यक्तियों पर आधारित है जिसमें कुल 150 पृष्ठ है। यह किताब वैदिक प्रकाशन दिल्ली द्वारा प्रकाशन हुआ है। इस ग्रंथ के संपादक के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य में जन्मीं डॉ. आशा आजाद ‘कृति’ मानिकपुर कोरबा छत्तीसगढ़ से एवं श्रीमती उर्मिला देवी उर्मि रायपुर छत्तीसगढ़ के सहयोग से तैयार किया है। यह काव्य साझा संकलन भारत देश को समर्पित है जिसमें साहित्यकारों ने अपनी अमूल्य भूमिका निभाई है। इस ग्रंथ को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान प्राप्त हो चुका है।