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छत्तीसगढ़ जांजगीर-चांपा

खूनी कुआं : लकड़ी निकालने उतरा फिर नहीं लौटा, इसके बाद 4 और उतरे और बाहर नहीं आ सके

जांजगीर चांपा। कुएं में गिरी लकड़ी निकालने के लिए पहले एक व्यक्ति नीचे उतरा और वह वापस नहीं आया तो उसे निकालने के लिए बारी-बारी से चार लोग और उतरे और बाहर नहीं आ सके। सभी की मौत इस खूनी कुएं के अंदर हो गई।

घटना बिर्रा थाना के ग्राम किकिरदा की है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से कुंए का उपयोग नहीं हो रहा था और उसे ढंक दिया गया था। बताया जा रहा है कि जहरीली गैस रिसाव के कारण यह घटना हुई है। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई है। पुलिस भी पहुंची है। पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए आसपास लोगों से और भी जानकारी जुटा जा रही है कि कैसे इतनी बड़ी घटना घट गई। ग्राम किकिरदा की इस घटना से गांव के लोग सकते में है। सुबह एक लकड़ी कुएं में गिर गई थी। उसे निकालने के लिए रामचरण जायसवाल कुएं में उतरा और वह जहरीली गैस से उसका दम घुटने लगा फिर वह पानी में डूब गया। उसे बचाने पड़ोसी रमेश पटेल नीचे उतरा और उसका दम घुटने लगा तो उसके बेटे राजेंद्र और जितेंद्र पटेल कुएं में उतरे उनका भी दम घुट गया और वे डूब गए फिर एक अन्य पड़ोसी टिकेश चंद्रा कुएं में उतरा और उसकी भी मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है। शवों को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई है। इस घटना में तीन परिवार के पांच लोगों की मौत हुई है। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है।