गोंडा। गोंडा-गोरखपुर रेलखंड के मोतीगंज-झिलाही रेलवे स्टेशन के मध्य पिकौरा कोयरीपुर गांव के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में बचाव और राहत कार्य में जुटीं थानाध्यक्ष मोतीगंज प्रतिभा सिंह अचानक बेहोश हो गईं। वहीं हादसे के बाद ट्रेन के लोको पायलट की भी हालत बिगड़ गई। मौके पर मौजूद डाक्टरों की टीम ने दोनों का इलाज किया। डाक्टरों ने बताया कि हार्टबीट बढ़ने से दोनों की हालत बिगड़ी थी। इलाज के बाद दोनों अब खतरे से बाहर हैं।
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन बृहस्पतिवार की दोपहर गाेंडा रेलवे स्टेशन से छूटने के बाद करीब 3.45 बजे गोंडा-गोरखपुर रेलखंड के मोतीगंज रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी। मोतीगंज-झिलाही रेलवे स्टेशन के मध्य पिकौरा कोयरीपुर गांव के पास रेल ट्रेक में आई खराबी के कारण पहले ट्रेन दो डिब्बे पलट गए। इसके बाद एक के बाद एक करके और 12 डिब्बे पलट गए। रेल हादसे के बाद कोहराम मच गया। इस हादसे में लोगों की मौत के साथ तीन दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए। हादसे की सूचना पर प्रशासन व पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए।
गर्मी व उमस के कारण बचाव व राहत कार्य में जुटीं थानाध्यक्ष मोतीगंज प्रतिभा सिंह अचानक बेहोश हो गईं, उनके बेहोश होते ही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट लखनऊ निवासी राजनाथ की भी हालत बिगड़ गई। मौके पर राहत कार्य में लगी डॉक्टरों की टीम ने दोनों का इलाज किया। डॉक्टरों ने बताया कि हार्टबीट बढ़ने से दोनों की हालत बिगड़ी थी। अब दोनों खतरे से बाहर हैं।